सहारनपुर में बारिश का कहर देखने को मिला है। बारिश के चलते दो मकानों की छत गिर गई। छत गिरने से 6 बच्चों समेत कुल 9 लोग घायल हुए हैं। इस बीच पीड़ित परिवार ने मुआवजे की मांग भी की है।
सहारनपुर: बड़ागांव के जड़ौदा पांडा में मकान की छत गिरने के चलते दंपती और बच्चे उसे की नीचे मलबे में दब गए। चीख-पुकार सुनाकर पड़ोसी मौके पर पहुंचे और मलबे के नीचे दबे परिवार को बाहर निकालने का प्रयास शुरू किया गया। इस बीच हादसे का शिकार परिजनों को निजी चिकित्सक के पास उपचार के लिए ले जाया गया। इसके अलावा बीराखेड़ी गांव में भी एक घर की छत भरभराकर गिर गई। इस हादसे में तीन बच्चों समेत चार लोग घायल हुए।
पीड़ित परिवार ने प्रशासन से लगाई मुआवजे की गुहार
प्राप्त जानकारी के अनुसार सोमवार को यह हादसा उस दौरान हुआ जब जड़ौदा पांडा के सुखबीर कश्यप का परिवार नाश्ता कर रहा था। सुखबीर बरामदे में बैठा और इसी दौरान घर की कच्ची छत नीचे गिर गई। घर की छत गिरने के चलते दिव्यांग मनोज, पत्नी रविता, दो पोतियां सलोनी और रितिका, बेटी कविता छत के मलबे के नीचे दब गई। इस बीच पड़ोसियों ने जब चीख-पुकार सुनी तो वह मौके पर पहुंचे। आनन-फानन में मलबे के नीचे दबे लोगों को बाहर निकाला गया। मामूली रूप से घायल लोगों को इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया। बताया जा रहा है कि हादसे में गृहस्थी का सारा सामान क्षतिग्रस्त हो गया है। वहीं इस बीच पीड़ित परिवार ने प्रशासन से मुआवजे की गुहार लगाई है।
हादसे के दौरान पत्नी गई थी मायके
वहीं सहारनपुर के गंगोह के बीराखेड़ी में भी बारिश के चलते मकान की छत भरभराकर गिर गई। यहां मलबे के नीचे दबने से तीन बच्चे समेत चार लोग घायल हुए। इसी के साथ गृहस्थी का हजारों रुपए का सामान भी क्षतिग्रस्त हो गया। बताया गया कि श्यामो पुत्र सिंगरू अपने बच्चे हिमांशु, सन्नो और तनिक के साथ घर में बैठा था। इसी दौरान पत्नी रूबी मायके गई थी। अचानक ही छत की कड़ियां गिरने लगी। आनन-फानन में बच्चों को बाहर निकालने का प्रयास किया गया लेकिन तब तक छत गिर गई। मलबे के नीचे दबकर बच्चे घायल हो गए।