स्मृति ईरानी ने अमेठी सीट को लेकर कहा कि जीजाजी की नजर है, साले साहब क्या करेंगे। इस सीट पर अभी तक कांग्रेस ने अपने उम्मीदवार की घोषणा नहीं की है।
नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश के अमेठी लोकसभा सीट से कांग्रेस ने अभी तक अपने प्रत्याशी की घोषणा नहीं है। 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा उम्मीदवार स्मृति ईरानी ने इस सीट पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी को हराया था। अमेठी को पहले कांग्रेस का गढ़ माना जाता था। भाजपा ने 2024 के चुनाव में भी यहां से स्मृति ईरानी को मैदान में उतारा है।
स्मृति ईरानी ने अभी तक अमेठी में कांग्रेस द्वारा उम्मीदवार की घोषणा नहीं किए जाने पर राहुल गांधी और उनके बहनोई रॉबर्ट वाड्रा पर कटाक्ष किया है। उन्होंने दावा किया है कि राहुल गांधी ने अमेठी में 15 साल में जितना काम नहीं किया उससे अधिक उन्होंने बीते 5 साल में किया है।
अमेठी से चुनाव लड़ना चाहते हैं रॉबर्ट वाड्रा
राहुल गांधी की बहन प्रियंका गांधी के पति रॉबर्ट वाड्रा अमेठी से चुनाव लड़ना चाहते हैं। मीडिया से बातचीत में खुलकर उन्होंने यह बताया है। यही वजह है कि कांग्रेस को अमेठी के लिए उम्मीदवार तय करने में दिक्कत हो रही है। यहां पांचवें चरण में चुनाव होना है। मतदान 20 मई को होगा।
अमेठी में लोगों से बात करते हुए स्मृति ईरानी ने कहा, "जीजाजी की नजर है, साले साहब क्या करेंगे। एक समय था जब बस में सफर करने वाले लोग सीट पर अपना रुमाल रख देते थे ताकि कोई और उस सीट पर नहीं बैठे। राहुल गांधी भी रूमाल से अपनी सीट पर निशान लगाने आएंगे, क्योंकि उनके जीजा की नजर इस सीट पर है।"
स्मृति ईरानी ने कहा, “क्या ऐसा कभी हुआ है? चुनाव में अब सिर्फ 27 दिन बचे हैं, लेकिन कांग्रेस ने प्रत्याशी की घोषणा नहीं की है। ऐसा घमंड। मैंने पांच साल में जितने काम किए, राहुल गांधी ने 15 साल में नहीं किए थे।”
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अमेठी सीट से सांसद बनते रहे हैं गांधी परिवार के लोग
बता दें कि 2019 के चुनाव में हारने से पहले राहुल गांधी ने अमेठी सीट से लगातार तीन बार चुनाव जीता था। इस सीट से उनके माता-पिता सोनिया गांधी और राजीव गांधी और चाचा संजय गांधी सांसद बने थे। इसे कभी कांग्रेस का गढ़ माना जाता था।
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