बेंगलुरू में एआई इंजीनियर अतुल सुभाष की आत्महत्या का मामला अब देशभर में चर्चा का विषय बन गया है। आत्महत्या से पहले, अतुल ने एक 90 मिनट का वीडियो जारी किया था, जिसमें उन्होंने अपनी पत्नी निकिता सिंघानिया पर गंभीर आरोप लगाए थे। इस वीडियो के बाद बेंगलुरू पुलिस ने गुरुग्राम से निकिता सिंघानिया को गिरफ्तार किया, जबकि उनकी मां निशा सिंघानिया और भाई अनुराग को प्रयागराज से हिरासत में लिया गया। इस मामले में अब कई सवाल उठने लगे हैं, खासकर निकिता और अतुल के रिश्ते को लेकर।
इस मामले पर अपनी सफाई देते हुए, निकिता ने पुलिस को बताया कि उन्हें और उनके परिवार को इस केस में बेवजह फंसाया जा रहा है। उन्होंने कहा, "हमने अतुल से कभी कोई रकम नहीं मांगी, और न ही किसी अन्य चीज की डिमांड की थी। इसके विपरीत, अतुल के परिवार ने हमसे 10 लाख रुपये की दहेज की मांग की थी।"
निकिता सिंघानिया ने हाल ही में फैमिली कोर्ट में भरण पोषण मामले में बयान दिया, जिसमें उन्होंने बताया कि अतुल उनसे हर महीने कुछ पैसे भेजता था, और उस पैसे का ट्रांजेक्शन लखनऊ के एक बैंक खाते से किया जाता था। इस खाते का नाम 'केयर ऑफ आरजे सिद्दीकी' था, जिससे अब कई सवाल उठने लगे हैं। कौन है यह आरजे सिद्दीकी और इसका निकिता से क्या संबंध है? क्या लखनऊ में अतुल और निकिता का कोई गहरा कनेक्शन है?
निकिता के बयान के मुताबिक, अतुल और उनका लखनऊ से कोई लेना-देना नहीं था, क्योंकि अतुल समस्तीपुर का रहने वाला था और निकिता जौनपुर की रहने वाली हैं। निकिता ने यह भी कहा कि उनकी शादी दवाब में कराई गई थी, लेकिन शादी के कुछ दिनों तक अतुल और उनके रिश्ते अच्छे थे। उन्होंने बताया कि वे हनीमून के लिए भी गए थे और अतुल घर के कामों में उनकी मदद भी करता था।
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