Atal Residential School: अब गरीब बच्चों को मिलेगी ‘फ्री’ मॉडर्न एजुकेशन, सीएम योगी का बड़ा एलान!

Published : Aug 26, 2025, 04:03 PM IST
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सार

Uttar Pradesh Free Education Scheme: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अटल आवासीय विद्यालयों के लिए एकीकृत निगरानी प्रणाली पोर्टल लॉन्च किया। श्रमिकों के बच्चों को मिलेगी पारदर्शी, रियल टाइम मॉनिटरिंग के साथ गुणवत्तापूर्ण आधुनिक शिक्षा व सुरक्षित वातावरण

Atal Residential Schools UP: क्या कभी सोचा है कि श्रमिकों के बच्चों को भी वही आधुनिक शिक्षा मिले, जिसकी उम्मीद बड़े-बड़े निजी स्कूलों में की जाती है? अब यह सपना साकार होने जा रहा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को लखनऊ स्थित इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में आयोजित “रोजगार महाकुंभ 2025” के मंच से अटल आवासीय विद्यालयों के लिए एकीकृत निगरानी प्रणाली (Integrated Monitoring System Portal) का शुभारंभ किया। इस डिजिटल प्रणाली के जरिए प्रदेश के 18 अटल आवासीय विद्यालयों की हर गतिविधि की रीयल टाइम मॉनिटरिंग होगी।

सीएम योगी ने इसे “श्रमिकों के बच्चों के लिए शिक्षा का नया अध्याय” बताते हुए कहा कि यह कदम उत्तर प्रदेश में आधुनिक, अनुशासित और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा का नया मॉडल पेश करेगा।

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विद्यालयों की हर गतिविधि पर डिजिटल नज़र

अटल कमांड सेंटर आधारित ERP प्रणाली से अब विद्यालयों का संचालन पूरी तरह डिजिटल निगरानी में रहेगा। इसमें कई प्रमुख फीचर्स शामिल हैं:

  • उपस्थिति प्रबंधन – छात्र-छात्राओं और स्टाफ की उपस्थिति का रीयल टाइम अपडेट।
  • शैक्षणिक निगरानी – छात्रों की प्रोफाइल, परीक्षा परिणाम और प्रगति ERP पर उपलब्ध।
  • स्टाफ प्रोफाइल – शिक्षकों और कर्मचारियों का पूरा रिकॉर्ड।
  • वित्तीय प्रबंधन – बजट, व्यय और बिलिंग में पारदर्शिता।
  • CCTV एकीकरण – सुरक्षा और अनुशासन सुनिश्चित करने के लिए लाइव मॉनिटरिंग।
  • छात्र प्रोफाइल – व्यक्तिगत प्रगति और समग्र मूल्यांकन की सुविधा।

सीएम ने बताया कि यह प्रणाली 18,000 बच्चों को मुफ्त लॉजिंग, फीडिंग और शिक्षा उपलब्ध कराने वाले अटल आवासीय विद्यालयों में ऐतिहासिक बदलाव लाएगी।

श्रमिकों के बच्चों के लिए वरदान बने अटल आवासीय विद्यालय

सीएम योगी ने कहा कि अटल आवासीय विद्यालय बीओसी बोर्ड से जुड़े श्रमिकों के बच्चों के लिए वरदान साबित हो रहे हैं। पहले जहां श्रमिक दूसरों के लिए घर और स्कूल बनाता था लेकिन उसके अपने बच्चे पढ़ाई से वंचित रह जाते थे, अब वही बच्चे बेहतरीन इंफ्रास्ट्रक्चर और आधुनिक शिक्षा से जुड़ेंगे। उन्होंने बताया कि प्रदेश में 57 मुख्यमंत्री अभ्युदय और कंपोजिट विद्यालयों की स्थापना का कार्य भी शुरू कर दिया गया है। यह डे स्कूल होंगे जहां बच्चों को उच्च स्तरीय शिक्षा दी जाएगी।

श्रमिकों के लिए डिजिटल न्याय पोर्टल भी लॉन्च

कार्यक्रम में सीएम योगी ने ‘श्रम न्याय सेतु पोर्टल’, औद्योगिक न्यायाधिकरण वेबसाइट और ई-कोर्ट पोर्टल की भी शुरुआत की।उन्होंने कहा कि इन पोर्टलों से श्रमिकों को त्वरित, पारदर्शी और टाइम-बाउंड न्याय मिलेगा। अब श्रम विवादों का ऑनलाइन समाधान होगा और 24 घंटे सेवाएं उपलब्ध रहेंगी।

रोजगार महाकुंभ 2025: युवाओं को मिला सुनहरा अवसर

इस अवसर पर आयोजित रोजगार महाकुंभ 2025 में मुख्यमंत्री ने 15 अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र भी वितरित किए, जिनका चयन विदेशी कंपनियों द्वारा किया गया।

  • इस महाकुंभ में 1 लाख से अधिक पंजीकरण हुए।
  • 50,000 नौकरियों के अवसर उपलब्ध हैं।
  • 15,000 अंतरराष्ट्रीय रिक्तियां UAE, सऊदी अरब, जापान और जर्मनी जैसी जगहों के लिए।
  • 35,000 घरेलू अवसर देश की प्रमुख कंपनियों में।
  • तीन दिनों तक चलने वाले इस आयोजन में 100 से अधिक भर्ती साझेदार, जिनमें 20 अंतरराष्ट्रीय भर्तीकर्ता शामिल होंगे।
  • सीएम योगी ने घोषणा की कि इस महाकुंभ में 10,000 से अधिक ऑफर लेटर जारी किए जाएंगे, जिनमें से 2,000 से अधिक विदेशी प्लेसमेंट के लिए होंगे।

कार्यक्रम में मौजूद रहे ये दिग्गज

इस मौके पर श्रम एवं सेवायोजन मंत्री अनिल राजभर, राज्यमंत्री मनोहर लाल ‘मन्नू’, प्रमुख सचिव एमकेएस सुंदरम्, निदेशक नेहा प्रकाश और श्रम आयुक्त मार्कंडेय शाही सहित कई अधिकारी मौजूद रहे।

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