लखनऊ | उत्तर प्रदेश विधानमंडल सत्र के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विपक्ष पर तीखा हमला करते हुए कई महत्वपूर्ण बिंदुओं पर अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि संभल में 1982 से अब तक 209 हिंदुओं की हत्या हो चुकी है, लेकिन तब किसी ने भी इन निर्दोष मौतों पर आवाज नहीं उठाई। योगी ने सदन में अपने भाषण के दौरान यह भी स्पष्ट किया कि उनकी सरकार ने राज्य में सांप्रदायिक दंगों पर नियंत्रण पाने के लिए ठोस कदम उठाए हैं, और आज प्रदेश में दंगों की संख्या में 97 प्रतिशत तक की कमी आई है।
सीएम योगी ने एनसीआरबी के आंकड़ों का हवाला देते हुए कहा कि राज्य में सांप्रदायिक दंगों की संख्या में 97 प्रतिशत की कमी आई है। उन्होंने 2012 से 2017 तक के सपा शासनकाल का उल्लेख करते हुए कहा कि इस दौरान 815 सांप्रदायिक दंगे हुए थे, जिनमें 192 लोगों की मौत हुई थी। वहीं, इससे पहले के कार्यकाल में भी 616 दंगे हुए थे, जिनमें 121 लोगों की जान गई थी।
सीएम ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि वे राम नाम बोलने को सांप्रदायिक बता रहे हैं। उन्होंने कहा, “राम नाम बोलना कहां से सांप्रदायिक हो गया? जब हम किसी से मिलते हैं तो राम राम बोलते हैं और अंतिम यात्रा में राम नाम सत्य बोलते हैं।” योगी ने आरोप लगाया कि विपक्ष सत्य को छिपाने की कोशिश कर रहा है और उनकी सरकार ने जो भी कदम उठाए हैं, वह समाज के कल्याण के लिए हैं।
मुख्यमंत्री ने नेता प्रतिपक्ष के बयान पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि बाबर नामा में भी यह कहा गया है कि मंदिरों को तोड़कर ही मस्जिदें बनाई गईं। उन्होंने कहा, “आप कहते हैं कि मंदिर निकल आया तो क्या मंदिर बन जाएगा? बाबर नामा यही कहता है कि मंदिर तोड़कर ही हर मस्जिद बनाई गई है।” योगी ने यह भी कहा कि सर्वे के दौरान दो दिन शांति रही, लेकिन तीसरे दिन जुमे की नमाज के बाद सक्रियता देखी गई और इसके बाद घटना हुई।
सीएम योगी ने स्पष्ट किया कि उनकी सरकार जल्द ही एक ज्यूडिशियल कमेटी बनाएगी, ताकि दूध का दूध और पानी का पानी हो सके। उन्होंने विपक्ष पर हमला करते हुए कहा कि वे सच्चाई को स्वीकार नहीं करते और सत्ता पाने के लिए भ्रम फैलाते हैं। योगी ने कहा, "संभल घटना के जो भी दोषी हैं, उन्हें बख्शा नहीं जाएगा।"
मुख्यमंत्री ने संभल की घटनाओं पर टिप्पणी करते हुए कहा, “संभल में आपकी हकीकत खटाखट सामने आई... जनता ने तुरंत कहा सफाचट।” उन्होंने सीसामऊ और कुंदरकी में हुई घटनाओं का जिक्र करते हुए कहा कि वहां के लोग अपनी जड़ें याद करने लगे हैं। योगी ने यह भी कहा, "आप एक बार बाबरनामा जरूर पढ़ें, इससे आपको सब समझ में आ जाएगा।"
सीएम योगी ने राज्य में हुए दंगों की एक लिस्ट भी प्रस्तुत की। उन्होंने आगरा, आजमगढ़, गोंडा, प्रयागराज, मेरठ और पीलीभीत में हुए दंगों का जिक्र करते हुए बताया कि 1972 से 1974 तक इन दंगों में कई लोगों की जान गई थी। उदाहरण के तौर पर, आगरा में 1972 में हुए दंगे में 19 लोग मारे गए, वहीं 1973 में गोंडा और प्रयागराज में दंगे हुए, जिसमें एक से तीन लोगों की मौत हुई।
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