यूपीआईटीएस 2025: यूपी के उद्यमियों को मिला इतना बड़ा ग्लोबल प्लेटफॉर्म, मौके पर साइन हुए एमओयू

Published : Sep 28, 2025, 10:47 AM IST
upits 2025 foreign buyers b2b meetings

सार

यूपीआईटीएस 2025 में 520 से अधिक विदेशी खरीदार पहुँचे, जहाँ योगी सरकार का पारदर्शी बी2बी मॉडल उद्यमियों को ग्लोबल मार्केट तक सीधी पहुँच दिला रहा है। उद्यमी ऑन द स्पॉट एमओयू साइन कर रहे हैं और रोज़ाना हजारों नई बिजनेस लीड्स प्राप्त कर रहे हैं।

उत्तर प्रदेश का उद्योग जगत नई ऊंचाइयों को छू रहा है और इसका सबसे सशक्त उदाहरण बनकर सामने आया है यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो (UPITS 2025)। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की दूरदृष्टि और पारदर्शी औद्योगिक नीतियों का नतीजा है कि इस बार का आयोजन न सिर्फ सूबे के उद्यमियों को वैश्विक बाजार से जोड़ रहा है, बल्कि निवेश और औद्योगिक विकास की नई संभावनाओं के रास्ते भी खोल रहा है।

विदेशी खरीदारों संग डिजिटल और पारदर्शी बी2बी मीटिंग्स बना सबसे बड़ा आकर्षण

यूपीआईटीएस का सबसे चर्चित पहलू है बी2बी मीटिंग्स का डिजिटल और पारदर्शी मॉडल। करीब 520 विदेशी खरीदार इस बार ग्रेटर नोएडा पहुंचे हैं और उद्यमियों के साथ उनकी लगातार बैठकें और एमओयू (MoU) हो रहे हैं। यूपीआईटीएस की आधिकारिक वेबसाइट पर पंजीकृत हर विदेशी बॉयर की जानकारी, वह किस हॉल में किस टेबल पर उद्यमियों से मिलेगा—सब पारदर्शी तरीके से उपलब्ध है। इसी व्यवस्था के तहत उद्यमी खुद स्लॉट बुक कर विदेशी खरीदारों से सीधी बातचीत कर पा रहे हैं।

यह भी पढ़ें: शाहजहांपुर की नेहा ने मशरूम से गढ़ा अपना भविष्य, कम निवेश में महीना 50,000 रुपए की कमाई!

बातचीत से सीधे एमओयू साइन करने तक पहुंचा यूपीआईटीएस का अनूठा कारोबारी मॉडल

बी2बी हॉल में जब कोई उद्यमी अपने उत्पाद का परिचय देता है और विदेशी खरीदार प्रभावित होता है, तो वहीं पर तत्काल एमओयू पर साइन कर दिया जाता है। यह तेज़ प्रक्रिया न केवल व्यापार को गति देती है, बल्कि स्थानीय उद्योगों को तुरंत वैश्विक बाजार में उतारने का अवसर भी देती है। वहीं, यदि कोई खरीदार तत्काल समझौते तक नहीं पहुंचता है, तो इसे बिजनेस लीड माना जाता है, जो आगे चलकर लंबे अनुबंधों और गहरे व्यापारिक रिश्तों का आधार बन सकती है।

हर दिन हजारों नवीन कारोबारी अवसर और लीड्स उद्यमियों के हाथ में आ रही हैं

यूपीआईटीएस के इस पारदर्शी डिजिटल प्लेटफॉर्म के जरिए उद्यमियों को प्रतिदिन हजारों की संख्या में लीड्स मिल रही हैं। कई छोटे-बड़े उद्यमी मौके पर ही विदेशी बॉयर्स से समझौते कर रहे हैं, जबकि हजारों उद्यमियों ने ग्लोबल मार्केट तक अपनी सीधी पहुंच बना ली है।

योगी सरकार की नीतियों और पारदर्शिता से विदेशी निवेशकों का विश्वास मजबूत हुआ

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का लक्ष्य है कि “उत्तर प्रदेश को भारत का ग्रोथ इंजन बनाया जाए।” यूपीआईटीएस इसी लक्ष्य की दिशा में बड़ा कदम माना जा रहा है। स्टार्टअप्स, एमएसएमई और वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट (ODOP) से जुड़े उद्यमियों को यहां विश्व स्तरीय मंच मिला है। साथ ही राज्य की मजबूत आधारभूत संरचना—सड़क, बिजली, एयरपोर्ट और लॉजिस्टिक नेटवर्क—ने विदेशी निवेशकों का भरोसा भी मजबूत किया है।

यूपीआईटीएस 2025 प्रदेश के औद्योगिक मानचित्र को वैश्विक मंच पर नई पहचान दिला रहा है

यूपीआईटीएस 2025 का आयोजन साबित कर रहा है कि उत्तर प्रदेश अब सिर्फ भारतीय बाजार तक सीमित नहीं है, बल्कि वह वैश्विक व्यापारिक नक्शे पर अपनी गहरी छाप छोड़ने के लिए तैयार है। विदेशी बॉयर्स और भारतीय उद्यमियों के बीच बनी यह सीधी कड़ी आने वाले वर्षों में करोड़ों के कारोबार और हजारों रोजगारों का मार्ग प्रशस्त करेगी।

यह भी पढ़ें: Bareilly Violence: तौकीर रजा की गिरफ्तारी के बाद बरेली में तनाव, 48 घंटों के लिए इंटरनेट बंद

PREV

उत्तर प्रदेश में हो रही राजनीतिक हलचल, प्रशासनिक फैसले, धार्मिक स्थल अपडेट्स, अपराध और रोजगार समाचार सबसे पहले पाएं। वाराणसी, लखनऊ, नोएडा से लेकर गांव-कस्बों की हर रिपोर्ट के लिए UP News in Hindi सेक्शन देखें — भरोसेमंद और तेज़ अपडेट्स सिर्फ Asianet News Hindi पर।

Read more Articles on

Recommended Stories

काशी-तमिल संगमम: अयोध्या में 250 अतिथियों का भव्य स्वागत, रामलला दर्शन से भावुक हुए मेहमान
योगी सरकार का बड़ा एक्शन: प्रदेशभर में अवैध कोडीन सिरप और नॉरकोटिक दवाओं पर सख्त अभियान