उत्तर प्रदेश के बरेली में हिंसा के बाद 48 घंटों के लिए इंटरनेट बंद कर दिया गया है। मौलाना तौकीर रजा खान को गिरफ्तार किया गया है। तौकीर ने 'आई लव मुहम्मद' अभियान के समर्थन में विरोध प्रदर्शन बुलाया था।
Tauqeer Raza Arrested: मौलवी और इत्तेहाद-ए-मिल्लत काउंसिल के अध्यक्ष मौलाना तौकीर रजा खान को शनिवार को गिरफ्तार किया गया। इसके बाद उत्तर प्रदेश के बरेली में इंटरनेट सेवाएं 48 घंटे के लिए बंद कर दी गईं। तौकीर रजा ने 'आई लव मुहम्मद' अभियान के समर्थन में विरोध प्रदर्शन का आह्वान किया था। इसके चलते शुक्रवार की नमाज के बाद पुलिस के साथ हिंसक झड़प हुई। जिला प्रशासन ने कहा कि अफवाहों को फैलने से रोकने के लिए इंटरनेट बंद किया गया है।
उत्तर प्रदेश सरकार ने हिंसा को शांति भंग करने की साजिश बताया है। वहीं, विपक्षी नेताओं ने पुलिस कार्रवाई की आलोचना की है। भाजपा ने अपने नेताओं को इस मुद्दे पर सार्वजनिक बयानबाजी से बचने की हिदायत दी है।
बरेली हिंसा से जुड़े लेटेस्ट अपडेट्स
1- पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार मौलाना तौकीर रजा खान इस हिंसा का मुख्य आरोपी है। उसे 7 अन्य लोगों के साथ 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। गिरफ्तार किए गए अन्य लोगों की पहचान सरफराज, मनीफुद्दीन, अजीम अहमद, मोहम्मद शरीफ, मोहम्मद आमिर, रेहान और मोहम्मद सरफराज के रूप में हुई है।
2- मौलाना तौकीर रजा ने अनुमति नहीं मिलने पर भी विरोध प्रदर्शन का आह्वान किया था। उन्हें शनिवार तड़के फैज एन्क्लेव से गिरफ्तार कर लिया गया। वह यहां ठहरे हुए थे। पुलिस का कहना है कि उन्होंने समर्थकों को यह कहकर गुमराह किया कि वे दिल्ली जा रहे हैं।
3- जिला मजिस्ट्रेट अविनाश सिंह और एसएसपी अनुराग आर्य ने गिरफ्तारियों की पुष्टि की। डीआईजी अजय कुमार साहनी ने हिंसा को एक "पूर्व नियोजित" साजिश बताया। बरेली में बीएनएसएस की धारा 163 लागू थी, जिसके तहत बिना अनुमति के सार्वजनिक समारोहों पर प्रतिबंध है।
4- इससे पहले शुक्रवार को नमाज के बाद प्रदर्शनकारी कोतवाली मस्जिद के बाहर जमा हो गए। पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर करने की कोशिश की तो स्थिति बिगड़ गई और कुछ प्रदर्शनकारी हिंसक हो गए। पत्थर फेंकने लगे। पुलिस को स्थिति पर नियंत्रण पाने के लिए हल्का बल प्रयोग करना पड़ा।
5- झड़पें दरगाह-ए-आला हजरत और इस्लामिया ग्राउंड सहित आस-पास के इलाकों में फैल गईं। आलमगिरीगंज, सिविल लाइंस, बड़ा बाजार और बांसमंडी की दुकानें अस्थायी रूप से बंद हो गईं।
6- गिरफ्तारी के बाद पूरे जिले में इंटरनेट सेवाएं 48 घंटे के लिए बंद कर दी गईं। जिला प्रशासन ने कहा कि यह बंद अफवाहों को फैलने से रोकने और कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए एहतियाती कदम है।
7- हिंसा के दौरान के वीडियो के आधार पर पुलिस ने 36 लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है। अब तक 11 एफआईआर दर्ज की जा चुकी हैं। 2,000 से ज्यादा लोगों को नामजद किया गया है। इनमें से दो मामलों में सीधे तौर पर मौलाना तौकीर रजा का नाम है।
8- मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सरकार कानून-व्यवस्था में किसी भी तरह की गड़बड़ी बर्दाश्त नहीं करेगी। उन्होंने कहा, "अराजकता बर्दाश्त नहीं की जाएगी। सुरक्षा को खतरा या नागरिकों पर हमला करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।"
9- विपक्षी नेताओं ने सरकार द्वारा की जा रही कार्रवाई की निंदा की। एआईएमआईएम के असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि यह अभियान कोई अपराध नहीं था। सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने पुलिस कार्रवाई की निंदा की। भाजपा ने अपने नेताओं से बिना जरूरत के बयान से बचने को कहा है।
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10-यह विवाद 9 सितंबर को शुरू हुआ, जब कानपुर पुलिस ने 4 सितंबर को ईद-ए-मिलाद-उन-नबी के जुलूस के दौरान कथित तौर पर 'आई लव मुहम्मद' के बोर्ड लगाने के आरोप में 24 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की। कुछ हिंदू समूहों ने इस पर आपत्ति जताई और इसे परंपरा से विचलन और जानबूझकर उकसावे की कार्रवाई बताया। यह मुद्दा जल्द ही उत्तर प्रदेश के अन्य हिस्सों और उत्तराखंड तथा कर्नाटक जैसे राज्यों में फैल गया, जिसके कारण विरोध प्रदर्शन हुए और पुलिस कार्रवाई हुई।
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