Bareilly Violence News: बरेली हिंसा पर बड़ा खुलासा! कब से चल रही थी प्लानिंग, कितनी FIR हुई, कितने गिरफ्तार? NSA कार्रवाई और CDR, CCTV जांच की पूरी जानकारी।

I Love Mohammad Campaign Bareilly: बरेली शहर में शुक्रवार को मस्जिद के बाहर हुए प्रदर्शन और झड़प के बाद इलाके में हालात तनावपूर्ण बने रहे। पुलिस ने अब इस मामले में बड़ा खुलासा किया है। जानकारी मिली है कि बरेली हिंसा की साजिश लगभग 5 दिन पहले से चल रही थी। स्थानीय प्रशासन और पुलिस लगातार जांच में जुटी हुई है और सभी उपद्रवियों की पहचान करने के लिए CDR और CCTV फुटेज खंगाले जा रहे हैं।

अब तक कितनी एफआईआर और गिरफ्तारी हुई?

इस हिंसा में अब तक कुल 10 FIR दर्ज की जा चुकी हैं और पुलिस ने 39 लोगों को गिरफ्तार किया है। अधिकारियों ने बताया कि हिंसा में शामिल सभी लोगों पर NSA के तहत कार्रवाई की जाएगी, और मुख्य ऑर्गनाइजर्स के खिलाफ भी NSA लगाने की तैयारी चल रही है।

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बरेली हिंसा की असली कहानी: क्यों भड़की थी भीड़?

बरेली में शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद स्थानीय लोग मस्जिद के बाहर एकत्र हुए। पुलिस के अनुसार यह प्रदर्शन ‘आई लव मोहम्मद’ अभियान के समर्थन में हुआ, जिसका नेतृत्व मौलाना तौकीर रजा ने किया था। लेकिन स्थानीय प्रशासन ने प्रदर्शन को अनुमति नहीं दी, जिससे लोगों का गुस्सा फूट पड़ा और झड़पें हो गईं। सवाल उठता है: क्या यह हिंसा पूरी तरह से प्लानिंग का नतीजा थी, या अचानक भड़की भीड़ की वजह से यह बवाल हुआ?

CCTV और CDR जांच में क्या सामने आया?

पुलिस अब हिंसा में शामिल सभी उपद्रवियों की पहचान करने के लिए CCTV और मोबाइल CDR डेटा की जांच कर रही है। इसके जरिए यह पता लगाया जा रहा है कि कौन से लोग प्लानिंग में शामिल थे और किसने हिंसा भड़काई। जिलाधिकारी अविनाश सिंह ने बताया कि स्थिति अब नियंत्रण में है और प्रशासन लगातार शांति और सद्भाव बनाए रखने की अपील कर रहा है।

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बरेली हिंसा का सोशल मीडिया कनेक्शन

सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में लोग लाठियों से लैस पुलिस के साथ भिड़ते नजर आए। यह वीडियो पूरे शहर में चर्चा का विषय बन गया। कई लोगों ने सवाल उठाए कि क्या मौलाना तौकीर रजा ने जानबूझकर उपद्रव करवा कर स्थिति बिगाड़ी, या यह प्रदर्शन अचानक हिंसक रूप ले गया?

NSA कार्रवाई और आगे क्या होगा?

पुलिस और प्रशासन अब ऑर्गनाइजर्स और मुख्य आरोपी पर NSA लगाने की तैयारी कर रहे हैं। इससे स्पष्ट है कि बरेली हिंसा केवल एक स्थानीय झड़प नहीं, बल्कि एक साजिश और योजना के तहत हुआ मामला माना जा रहा है।