Bareilly Violence I Love Muhammad Controversy : उत्तर प्रदेश के बरेली शहर में जुमे पर 'आई लव मोहम्मद' विवाद को लेकर बवाल हो गया। पुलिस को लाठी चार्ज करना पड़ा। यह भी भीड़ मौलाना तौकीर रजा खान के आह्वान पर सड़क पर उतरी थी।
Who Is Maulana Tauqeer Raza Khan : यूपी के बरेली में जुमे की नमाज के बाद विवाद हो गया। यह विरोध-प्रर्दशन 'आई लव मोहम्मद' को लेकर हुआ। इस विवाद को तूल देने का काम मौलाना तौकीर रजा खान ने किया है। उसके ही बुलावे के बाद लोग सड़क पर उतरे और नारेबाजी शुरू कर दी। पुलिस ने बढ़ते तनाव को देखते हुए और हालात पर काबू पाने के लिए लाठीचार्ज किया। इससे भगदड़ मच गई। तो आइए जानते हैं आखिर है ये मौलाना तौकीर रजा खान, जिसके ऐलान के बाद मुस्लिमों ने हंगामा किया।
कौन है मौलाना तौकीर रजा खान?
- मौलाना तौकरी रजा खान बरेली के एक मुस्लिम नेता और मौलाना हैं।
- वह सुन्नी मुसलमानों के संप्रदाय से आता है।
- रजा खुद को मुस्लिमों का एक बड़ा पैरोकार मानते हैं। वह इत्तेहाद-ए-मिल्लत काउंसिल (IMC) के अध्यक्ष हैं।
- तौकरी पर साल 2010 में बरेली में दंगे करवाने का आरोप भी लग चुका है। मामला अब भी कोर्ट में लंबित है।
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तौकीर रजा का विवादों से पुराना नाता
ऐसा पहली बार नहीं है, जब तौकीर रजा खान विवाद में आया हो। इससे पहले भी वह चर्चा में रह चुके हैं। यूं कहें कि रजा का विवादों से पुराना नाता है। वह मुस्लिम समाज के लोगों को भड़काकर देश में विरोध प्रदर्शन करवा चुके हैं। चाहे फिर ज्ञानवापी ढांचा विवाद हो या फिर बरेली में सड़कों पर उतरने का...रजा पर 2010 में बरेली में दंगे करवाने का आरोप भी लग चुका है।
'भारत के हालत नेपाल से बुरे होंगे…
मौलाना तौकीर रजा ने सार्वजनिक मंच से कहा था अगर मुसलमानों पर हो रहे अन्याय नहीं रुके तो मुसलमान सड़कों पर उतरने को मजबूर हो जाएगा। इसलिए हमारी खामोशी को हमारी कमजोरी या बुजदिली न समझो। जिस दिन मुसलमान हमारे नियंत्रण से बाहर हो गए, हालात गंभीर हो जाएंगे। फिर हमसे नहीं कहना। हम नहीं चाहते की भारत में श्रीलंका और नेपाल जैसे हालात हों। लेकिन यहां नेपाल से ज्यादा आक्रोश सरकार के खिलाफ भारत के लोगों में है। जिस दिन लोग सड़कों पर आ गए सरकार संभाल नहीं पाएगी। जिसकी जिम्मेदार सरकार ही होगी।
