बरेली हिंसा मामले में नया खुलासा हुआ है। जुमे की नमाज के बाद मौलाना तौकीर के बुलावे पर जुटी भीड़ बेकाबू हो गई थी। पुलिस पर पथराव और फायरिंग में 22 पुलिसकर्मी घायल हुए, 30 लोग हिरासत में लिए गए। जांच में चौंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं।

बरेली में शुक्रवार को नमाज के बाद शहर का माहौल अचानक बिगड़ गया। मौलाना तौकीर रजा के बुलावे पर जुटी भीड़ इस्लामिया मैदान पहुंचने की जिद पर अड़ गई। स्थिति इतनी खराब हो गई कि भीड़ ने नाबालिगों को आगे कर पुलिस और प्रशासन पर दबाव बनाने की कोशिश की। नारेबाजी और पत्थरबाजी के बीच पुलिस को आंसू गैस और लाठीचार्ज करना पड़ा।

नौमहला मस्जिद से शुरू हुआ विवाद

शुक्रवार दोपहर 12 बजे से ही नौमहला मस्जिद और रजा मस्जिद के बीच पुलिस-प्रशासन सतर्क था। मौलाना तौकीर इस दौरान नजर नहीं आए। लेकिन समर्थक उनका वीडियो देखकर मस्जिद की ओर बढ़े। यहां मौजूद एसपी यातायात अकमल खान ने लोगों को घर लौटने की अपील की, कुछ लोग लौट भी गए लेकिन किशोर और नौजवान मौलाना को बुलाने की मांग पर अड़े रहे।

लब्बैक और आई लव मोहम्मद के लगे नारे

डीआईजी अजय साहनी मौके पर पहुंचे और भीड़ को समझाने की कोशिश की। कुछ देर के लिए स्थिति संभली, लेकिन बाद में भीड़ ने नारेबाजी शुरू कर दी। नाबालिगों को आगे कर “लब्बैक” और “आई लव मोहम्मद” के नारे लगे। पुलिस ने लाठीचार्ज कर उन्हें खदेड़ा।

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करीब 3 बजे कुतुबखाना और बिहारीपुर से भीड़ एकजुट होकर इस्लामिया मैदान की ओर बढ़ी। पुलिस ने खलील स्कूल तिराहे पर रोकने की कोशिश की तो उपद्रवियों ने दुकानों और वाहनों में तोड़फोड़ शुरू कर दी। एक डॉक्टर की दुकान के शीशे तोड़े गए और बाहर खड़ी बाइकें क्षतिग्रस्त कर दीं।

पुलिस पर पथराव, सोशल मीडिया पर वायरल हुआ वीडियो

जब पुलिस ने रोकने का प्रयास किया तो पथराव शुरू हो गया। इसके बाद पुलिस ने लाठीचार्ज कर भीड़ को खदेड़ा। इस दौरान बने वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गए। इनमें लोग चप्पल, जूते और टोपी तक छोड़कर भागते दिखे।

मौलाना तौकीर के समर्थकों ने कोतवाली और महादेव पुल के पास फिर से हंगामा किया। यहां मौजूद उपद्रवियों ने एसपी सिटी पर निशाना साधते हुए पथराव किया। पुलिस ने उन्हें सुरक्षा घेरे में लिया और आंसू गैस के गोले छोड़े।

22 पुलिसकर्मी घायल, 30 लोग हिरासत में

डीआईजी अजय साहनी ने बताया कि बवाल और पथराव में 22 पुलिसकर्मी घायल हुए। पुलिस ने 30 लोगों को हिरासत में लिया है। देर शाम तक पुलिस ने हालात काबू में कर लिए।

मौलाना तौकीर रजा ने 19 सितंबर को एलान किया था कि शुक्रवार को वह इस्लामिया इंटर कॉलेज मैदान में विरोध-प्रदर्शन करेंगे और राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन देंगे। प्रशासन ने अनुमति नहीं दी थी, लेकिन शुक्रवार सुबह उन्होंने वीडियो जारी कर कार्यक्रम रद्द होने की खबर को फर्जी बताया। इसके बाद ही शहर में भारी भीड़ इकट्ठी हो गई।

प्रभावित इलाके और प्रशासन की अपील

बवाल से सबसे ज्यादा प्रभावित इलाके रहे – बिहारीपुर, श्यामगंज, कुतुबखाना, इस्लामिया मार्केट, मैलानी मार्केट, आलमगिरीगंज, बांस भांडी, सिविल स्वयंस और पुराना बस अड्डा। जिलाधिकारी अविनाश सिंह ने बताया कि स्थिति अब पूरी तरह नियंत्रण में है। किसी अप्रिय घटना की आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। प्रशासन ने लोगों से शांति और सद्भाव बनाए रखने की अपील की है।

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