जालौन बारात हादसा-पापा कब लौटेंगे? मासूम सबसे यही पूछते फिर रहे, मां को रोता देखकर सुबकने लगती है बेटी
उत्तर प्रदेश के जालौन जिले में बारात ले जा रही एक बस के रविवार तड़के(7 मई) सड़क किनारे खाई में गिर जाने से 5 लोगों की मौत के बाद गांव में मातमी माहौल है। रविवार शाम इनका अंतिम संस्कार हुआ।
Contributor Asianet | Published : May 8, 2023 3:59 AM IST / Updated: May 08 2023, 09:34 AM IST
जालौन. उत्तर प्रदेश के जालौन जिले में बारात ले जा रही एक बस के रविवार तड़के(7 मई) सड़क किनारे खाई में गिर जाने से 5 लोगों की मौत के बाद गांव में मातमी माहौल है। रविवार शाम इनका अंतिम संस्कार हुआ। हादसे में 17 अन्य घायल भी हुए थे। इस हादसे में जान गंवाने वाले एक शख्स के मासूम बच्चों को नहीं मालूम कि उनके पिता के साथ क्या हुआ? हालांकि वे मायूसी से पिता का इंतजार कर रहे हैं। पत्नी का रो-रोकर बुरा हाल है। शादी के माहौल में मातम पसर गया है। यह तस्वीर मृतक कुलदीप की 5 साल की बेटी नैना की है।
हादसे में जान गंवाने वाला कुलदीप अपने घर में अकेला कमाने वाला सदस्य था। उसके परिवार में 5 साल की बेटी अपनी मां को रोता देखकर सुबकने लगती है। उसका सबसे बस यही सवाल होता है कि पापा कब आएंगे? (तस्वीर क्रमश:जालौन के शीरोभान, कुलदीप और रघुनंदन)
कुलदीप का 3 साल का बेटा अंश भी रोते हुए यहां-वहां भटक रहा है। कुलदीप की पत्नी को अपने बच्चों की परवरिश की चिंता सता रही है। घर में बुजुर्ग ससुर हैं।
एसपी इराज राजा के अनुसार, बस को गोपालपुरा गांव के पास एक डम्पर ने टक्कर मार दी थी। इसके बाद बस बेकाबू होकर खाई में गिर गई थी।
एसपी के अनुसार, यह हादसा रविवार तड़के करीब तीन बजे उस समय हुआ था, जब बारात जिले के मंडेला गांव लौट रही थी।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दुर्घटना में लोगों की मौत पर दुख व्यक्त किया और अधिकारियों को बचाव कार्य में तेजी लाने और घायलों को पर्याप्त उपचार प्रदान करने का निर्देश दिया था।
मृतकों की पहचान कुलदीप (36), रघुनंदन (46), सिरोभन (65), करण सिंह (34) और विकास (32) के रूप में हुई है। एसपी ने कहा कि घायल यात्रियों को उरई मेडिकल कॉलेज भेजा गया था।
यह हादसा माधौगढ़ कोतवाली क्षेत्र में हुआ था। मरने वालों में दो लोग मध्य प्रदेश के रहने वाले थे। जालौन के तीनों मृतकों का रविवार को अंतिम संस्कार हुआ।
मरने वाले शिरोभान के दो बेटे हैं। उनकी शादी हो चुकी है। गांव में एक साथ तीन अर्थी उठतीं देख हर कोई रो पड़ा।