UP Nikay Chunav 2023: 48 बच्चों के पिता रामकमल दास...वजह भी ऐसी कि मच गई खलबली

Published : May 04, 2023, 09:06 PM ISTUpdated : May 04, 2023, 09:37 PM IST
UP Nikay Chunav 2023

सार

यूपी निकाय चुनाव 2023 (UP Nikay Chunav 2023) में मतदाता सूची में गड़बड़ी का एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है। निकाय चुनाव में मतदान के दौरान 48 बच्चों के पिता का एक ही नाम रामकमल दास सामने आया, तो सुनने वाले हर शख्स ने अपना सिर पकड़ लिया।

वाराणसी। यूपी निकाय चुनाव 2023 (UP Nikay Chunav 2023) में मतदाता सूची में गड़बड़ी का एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है। निकाय चुनाव में मतदान के दौरान 48 बच्चों के पिता का एक ही नाम रामकमल दास सामने आया, तो सुनने वाले हर शख्स ने अपना सिर पकड़ लिया। निर्वाचन कर्मियों की गलती से वोटर लिस्ट में 48 वोटरों के पिता का नाम एक ही दर्ज हो गया, जबकि मतदाता लिस्ट में वोटर और उनकी उम्र अलग अलग दर्ज है। वाराणसी के वार्ड नंबर 51 (भेलूपुर) के वोटर लिस्ट में यह गड़बड़ी सामने आई। जिसके बाद निर्वाचन से जुड़े कर्मचारियों में खलबली मच गई। यह मामला काफी चर्चा बटोर रहा है।

प्रसिद्ध ज्योतिषाचार्य का नाम वोटर लिस्ट से गायब

ऐसा नहीं कि वोटर लिस्ट को लेकर सिर्फ यही एक गड़बड़ी सामने आई हो। जिले भर से वोटर लिस्ट को लेकर शिकायतें आई हैं। सबसे ज्यादा शिकातयें मतदाता सूची से नाम गायब होने को लेकर है। लगभग हर वार्ड से यह शिकायत आई है। लोग इसको लेकर नाराजगी भी जाहिर कर रहे थे। श्री काशी विश्वनाथ मंदिर के सदस्य ज्योतिषाचार्य प्रो. चंद्रमौलि उपाध्याय का नाम मतदाता सूची से गायब था।

ऐसी शिकायतें आम

स्थानीय निवासियों का कहना है कि मतदाता सूची में काफी गड़बड़ी देखने को मिली। घर के बालिग सदस्यों के नाम गायब मिले। जबकि कहीं कहीं मृतकों के नाम मतदाता सूची में दर्ज थे। किसी परिवार के एक सदस्य का नाम मतदाता सूची में शामिल था तो और लोगों का नाम गायब था। किसी के बालिग बच्चों का नाम वोटर लिस्ट में नहीं था। वाराणसी में ऐसी शिकायतें आम रहीं।

मतदाता सूची में गड़बड़ी की ये है वजह

जानकारी के अनुसार, मतदाता सूची में गड़बड़ी की वजह सूची बनाने की प्रक्रिया है। वाराणसी में वर्ष 2017 के निकाय चुनाव और 2015 के पंचायत चुनाव को मिलाकर सूची बनाई गई। इसकी वजह से यह समस्या आई। लोगों को वोटर लिस्ट में अपना नाम जुड़वाने के लिए अंतिम दिन तक मौका दिया गया था। जोनल आफिस में सूची भी उपलब्ध थी। जिसमें नाम देखा जा सकता था।

क्या कहते हैं उप जिला निर्वाचन अधिकारी?

उप जिला निर्वाचन अधिकारी रणविजय सिंह ने एशियानेट से बातचीत में कहा कि बिना जांच के हम यह नहीं कह सकते हैं कि वोटर लिस्ट की यह सूची सही है या गलत। अभी आपसे जानकारी मिली है।

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