UP में भेड़ियों का शिकार, जानें क्यों यूज हो रही बच्चों के पेशाब से भीगी गुड़िया

Published : Sep 02, 2024, 01:12 PM ISTUpdated : Sep 02, 2024, 01:23 PM IST
Operation Bhediya

सार

उत्तर प्रदेश के बहराइच में आदमखोर भेड़ियों के हमले में आठ लोगों की मौत हो चुकी है। वन विभाग ने इन्हें पकड़ने के लिए 'ऑपरेशन भेड़िया' अभियान चलाया है। इसमें बच्चों के पेशाब से भीगी गुड़िया और थर्मल ड्रोन का इस्तेमाल किया जा रहा है।

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के बहराइच में आदमखोर भेड़ियों का आतंक (Wolf attacks in Uttar Pradesh) है। इन जंगली जानवरों के हमलों में अब तक आठ लोगों (सात बच्चे, 1 महिला) की मौत हुई है। इन्हें पकड़ने के लिए वन विभाग ने 'ऑपरेशन भेड़िया' (Operation Bhediya) अभियान चलाया है। छह भेड़ियों के झुंड में से चार को पकड़ लिया गया है। इन जानवरों को पकड़ने के लिए बच्चों के पेशाब से भीगी गुड़िया और खास तरह के ड्रोन का इस्तेमाल किया जा रहा है।

क्यों बच्चों के पेशाब से भीगी गुड़िया का हो रहा इस्तेमाल

अब तक इन आदमखोर भेड़ियों ने बच्चों पर अधिक हमला किया है। बच्चे खुद का बचाव नहीं कर पाते इसलिए आसान शिकार बन जाते हैं। गंध सूंघने की शक्ति के मामले में भेड़िए कुत्तों से बहुत आगे होते हैं। वे शिकार करने के लिए अपने इस ताकत का इस्तेमाल करते है। वन विभाग के अधिकारी भेड़िए की इसी ताकत का इस्तेमाल उन्हें पकड़ने में कर रहे हैं। बच्चों के पेशाब से भीगी गुड़िया से निकलने वाली गंध से भेड़िए को लगता है कि वहां छोटा बच्चा है। वे बच्चे के शिकार के लिए आते हैं तो वन विभाग के लोग उसे पकड़ सकते हैं।

वन अधिकारी अजीत प्रताप सिंह ने बताया है कि ये जानवर मुख्य रूप से बच्चों को अपना निशाना बनाते हैं। इसलिए हमने जाल के पास इंसान होने की झूठी जानकारी देने के लिए बच्चों के मूत्र में भिगोए हुए रंगीन कपड़े पहने बड़े मुलायम खिलौने रखे हैं। मानव गंध भेड़ियों को जाल के करीब खींच सकती है।

थर्मल ड्रोन से रखी जा रही भेड़ियों पर नजर

भेड़ियों पर नजर रखने के लिए खास तरह के थर्मल ड्रोन का इस्तेमाल किया जा रहा है। भेड़िए रात में शिकार के लिए निकलते हैं। इसलिए इन्हें आम कैमरे से देख पाना कठिन है। ड्रोन पर भी आम कैमरा हो तो वह रात में भेड़ियों को नहीं देख सकता।

इस समस्या के हल के लिए ड्रोन पर थर्मल इमेजिंग कैमरा लगाया गया है। यह कैमरा किसी भी वस्तु से निकलने वाली गर्मी को पहचानकर उसकी तस्वीर बनाता है। भेड़िया गर्म खून वाला जानवर है। इसे रात में थर्मल इमेजिंग कैमरा से आसानी से देखा जा सकता है। अजीत प्रताप सिंह ने बताया कि थर्मल ड्रोन से हम भेड़ियों पर नजर रख रहे हैं। पटाखे फोड़कर और शोर मचाकर उन्हें जाल के पास के सुनसान इलाकों की ओर खदेड़ने की कोशिश हो रही है।

यह भी पढ़ें- बीच सड़क पर कुर्सी लगाए बन रहा था नवाब, ट्रक ने बताई औकात, देखें वीडियो

PREV

उत्तर प्रदेश में हो रही राजनीतिक हलचल, प्रशासनिक फैसले, धार्मिक स्थल अपडेट्स, अपराध और रोजगार समाचार सबसे पहले पाएं। वाराणसी, लखनऊ, नोएडा से लेकर गांव-कस्बों की हर रिपोर्ट के लिए UP News in Hindi सेक्शन देखें — भरोसेमंद और तेज़ अपडेट्स सिर्फ Asianet News Hindi पर।

Recommended Stories

उत्तर प्रदेश बना ग्लोबल निवेशकों की पहली पसंद, योगी सरकार की नीतियों से बढ़ा अंतरराष्ट्रीय भरोसा
ग्रामीण आजीविका मिशन: मीरजापुर की सुशीला देवी बनीं आत्मनिर्भरता की मिसाल