आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे पर दो लोगों ने एक युवती को नकली सर्टिफिकेट दिलाने के बहाने लखनऊ बुलाया और रास्ते में उसके साथ गैंगरेप किया। पीड़िता ने आरोप लगाया कि आगरा पुलिस ने मामला दर्ज करने से इनकार कर दिया था।
आगरा। आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे (Agra-Lucknow Expressway) पर कार के अंदर दो लोगों द्वारा 20 साल की लड़की के साथ गैंगरेप किए जाने का मामला प्रकाश में आया है। पुलिस ने सोमवार को मामले की जानकारी दी। आरोपियों ने लड़की को बिना परीक्षा दिए सर्टिफिकेट दिलाने का झांसा दिया था। उसे असली सर्टिफिकेट देने का वादा कर लखनऊ चलने के लिए कहा था। रास्ते में कार सुनसान जगह रोककर लड़की के साथ रेप किया गया। आरोपी उसे एक्सप्रेसवे पर छोड़कर भाग गए।
लड़की के साथ यह घटना 10 मई को हुई थी। वह शनिवार को शिकायत दर्ज करा पाई। इसके बाद पुलिस ने आरोपियों की तलाश शुरू की है। आरोप है कि पहले आगरा पुलिस ने यह कहते हुए शिकायत दर्ज करने से इनकार कर दिया था कि अपराध लखनऊ पुलिस के अधिकार क्षेत्र में हुआ है।
बिना परीक्षा दिए सर्टिफिकेट पाने के लालच में फंसी लड़की
लड़की ने पुलिस को बताया कि वह आगरा की रहने वाली है। उसने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट देखा था। इसमें दावा किया गया था कि बिना परीक्षा दिए पढ़ाई का सर्टिफिकेट मिलेगा।
लड़की ने बताया, "मैंने राकेश कुमार से संपर्क किया था। उसने कहा था कि बिना कोई परीक्षा दिए सर्टिफिकेट पाने के लिए 30 हजार रुपए देने होंगे। मैंने उसके बैंक अकाउंट में 15 हजार रुपए ट्रांसफर किए। इसके बाद मुझे सोशल मीडिया पर सर्टिफिकेट मिला। राकेश ने कहा कि बाकी के डॉक्यूमेंट लेने के लिए मुझे 10 मई को लखनऊ चलना होगा। राकेश ने मुझे आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे के करीब बुलाया। यहां आई तो राकेश और उसके सहयोगी श्रीनिवास वर्मा से मिली।"
रेप के समय बनाया वीडियो, धमकी दी- पुलिस के पास गई तो कर देंगे वायरल
FIR में लड़की ने बताया है कि कैसे दोनों उसे सुनसान इलाके में ले गए और रेप किया। दोनों ने घटना के समय वीडियो बनाया और तस्वीरें ली। लड़की ने बताया, "जब मैंने पुलिस में शिकायत करने की बात की तो उन्होंने धमकी दी कि ऐसा किया तो वीडियो वायरल हो जाएगा। इसके बाद उन्होंने मुझे एक्सप्रेसवे पर अकेला छोड़ दिया और भाग गए।"
आगरा पुलिस ने FIR दर्ज करने से किया इनकार
महिला ने दावा किया कि उसने शुरुआत में न्यू आगरा पुलिस स्टेशन जाकर शिकायत दर्ज कराने की कोशिश की, लेकिन पुलिस अधिकारी ने FIR दर्ज करने से मना कर दिया था। कहा था कि अपराध लखनऊ पुलिस के क्षेत्र में हुआ है। लड़की ने कहा, "मैं आगरा के पुलिस स्टेशन के चक्कर लगाती रही, लेकिन उन्होंने मेरी FIR दर्ज नहीं की। आखिरकार, मैं लखनऊ गई, जहां मैंने कई मुश्किलों का सामना करने के बाद FIR दर्ज करा सकी। मुझे बस न्याय चाहिए।"
इस मामले में आगरा के डीसीपी ओमवीर सिंह ने कहा, "शिकायत के आधार पर हमने दो लोगों के खिलाफ IPC की धारा 420 (धोखाधड़ी), 406 (आपराधिक विश्वासघात), 354 (महिला की गरिमा को ठेस पहुंचाने के इरादे से उस पर हमला या आपराधिक बल का प्रयोग), 376 (बलात्कार) और 506 (आपराधिक धमकी) के तहत FIR दर्ज की है। मामले की जांच की जा रही है। आरोपियों की गिरफ्तारी की कोशिश जारी है।"
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