योगी सरकार के नेतृत्व में आयुष्मान भारत योजना में UP की बड़ी उपलब्धि, गरीबों को बेहतर और तेज इलाज

Published : Dec 26, 2025, 07:31 PM IST
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सार

योगी आदित्यनाथ सरकार के नेतृत्व में यूपी ने आयुष्मान भारत योजना के क्रियान्वयन में नई उपलब्धि हासिल की है। दावों का भुगतान, गंभीर बीमारियों का इलाज और शिकायत निस्तारण में बेहतर प्रदर्शन पर साचीज़ को राष्ट्रीय स्तर पर सम्मान मिला।

लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश स्वास्थ्य सेवाओं के क्षेत्र में लगातार नई उपलब्धियां हासिल कर रहा है। डबल इंजन सरकार की महत्वाकांक्षी योजना आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (AB-PMJAY) के प्रभावी क्रियान्वयन में प्रदेश ने एक बार फिर देशभर में अपनी मजबूत उपस्थिति दर्ज कराई है।

प्रदेश ने दावों के त्वरित भुगतान, गंभीर बीमारियों के इलाज पर बढ़ते खर्च और शिकायतों के समयबद्ध निस्तारण जैसे मानकों पर उल्लेखनीय प्रगति की है। इसी उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए नेशनल ग्रीवांस वर्कशॉप में स्टेट हेल्थ एजेंसी साचीज़ (SACHIS) को सम्मानित किया गया।

आयुष्मान भारत योजना: जरूरतमंदों के लिए जीवन रक्षक कवच

स्टेट हेल्थ एजेंसी साचीज़ की सीईओ अर्चना वर्मा ने बताया कि आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना दुनिया की सबसे बड़ी स्वास्थ्य बीमा योजना है। इसके तहत पात्र लाभार्थियों को प्रति परिवार प्रति वर्ष 5 लाख रुपये तक का कैशलेस इलाज उपलब्ध कराया जा रहा है। उन्होंने कहा कि यह योजना केवल एक सरकारी कार्यक्रम नहीं, बल्कि गरीबों और जरूरतमंदों के लिए जीवन रक्षक सुरक्षा कवच के रूप में लागू की गई है।

दावों के भुगतान में रिकॉर्ड बढ़ोतरी, लाभार्थियों की संख्या बढ़ी

सीईओ ने बताया कि चालू वित्तीय वर्ष जुलाई 2025 से अब तक प्रदेश में आयुष्मान योजना के अंतर्गत सूचीबद्ध अस्पतालों को करीब 2200 करोड़ रुपये का भुगतान किया जा चुका है। वहीं, पिछले वित्तीय वर्ष 2024–25 में यह राशि लगभग 1300 करोड़ रुपये थी। एक ही वर्ष में दावों के भुगतान में लगभग दो गुना वृद्धि यह दर्शाती है कि योजना का क्रियान्वयन बेहतर हुआ है और अधिक से अधिक जरूरतमंद लोग इसका लाभ उठा रहे हैं।

30 दिनों में दावों के भुगतान के स्पष्ट निर्देश

योगी सरकार ने अस्पतालों को समय पर भुगतान सुनिश्चित करने के लिए अनुपूरक बजट में 1500 करोड़ रुपये की अतिरिक्त व्यवस्था की है। सरकार के स्पष्ट निर्देश हैं कि स्वीकृत दावों का भुगतान 30 दिनों की निर्धारित समय-सीमा के भीतर किया जाए। इससे निजी और सरकारी अस्पतालों को वित्तीय परेशानी न हो और मरीजों को निर्बाध इलाज मिलता रहे।

सॉफ्टवेयर और मानव संसाधन को किया गया मजबूत

भुगतान प्रक्रिया को और अधिक तेज एवं पारदर्शी बनाने के लिए स्टेट हेल्थ एजेंसी साचीज़ द्वारा सॉफ्टवेयर सिस्टम को मजबूत किया गया है। साथ ही एजेंसी की कोर टीम की संख्या बढ़ाई गई है, जिससे दावों की जांच और स्वीकृति में लगने वाला समय काफी कम हुआ है। इसका सीधा लाभ अस्पतालों और मरीजों दोनों को मिल रहा है।

गंभीर और महंगे इलाज अब आम लोगों की पहुंच में

प्रदेश ने गंभीर और उच्च-स्तरीय बीमारियों के इलाज में भी बड़ी प्रगति की है। वित्तीय वर्ष 2024–25 में कार्डियोलॉजी, न्यूरोसर्जरी, ऑन्कोलॉजी, यूरोलॉजी और प्लास्टिक सर्जरी जैसी सेवाओं के लिए कुल 894.1 करोड़ रुपये का भुगतान किया गया था।

वहीं, वित्तीय वर्ष 2025–26 में अब तक इन सेवाओं के लिए 1370.2 करोड़ रुपये का भुगतान हो चुका है। यह आंकड़ा दर्शाता है कि अब गरीब और मध्यम वर्ग के लोग भी महंगे और जटिल इलाज तक आसानी से पहुंच बना पा रहे हैं।

कैंसर इलाज में उल्लेखनीय वृद्धि

साचीज की एसीईओ पूजा यादव ने बताया कि कैंसर (ऑन्कोलॉजी) सेवाओं में खासतौर पर उल्लेखनीय बढ़ोतरी देखने को मिली है। वित्तीय वर्ष 2025–26 में अब तक ऑन्कोलॉजी सेवाओं के लिए 449.62 करोड़ रुपये का भुगतान किया गया है, जबकि पिछले वर्ष इसी अवधि में यह राशि 285.43 करोड़ रुपये थी। यह मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की उस सोच का परिणाम है, जिसमें गंभीर बीमारियों के इलाज को गरीबों की पहुंच में लाने पर विशेष जोर दिया गया है।

शिकायत निस्तारण में यूपी बना देश के लिए उदाहरण

शिकायत निस्तारण के मामले में भी उत्तर प्रदेश ने अन्य राज्यों के लिए मिसाल पेश की है। जनवरी 2025 से अब तक आयुष्मान योजना के तहत 41,582 शिकायतें और अनुरोध ऑनलाइन पोर्टल पर प्राप्त हुए। इनमें से 41,458 शिकायतों का समयबद्ध और गुणवत्तापूर्ण निस्तारण किया जा चुका है।

नेशनल ग्रीवांस वर्कशॉप में साचीज़ को मिला सम्मान

इसी उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण, भारत सरकार द्वारा 18 दिसंबर 2025 को आयोजित नेशनल ग्रीवांस वर्कशॉप में स्टेट हेल्थ एजेंसी साचीज़, उत्तर प्रदेश को सम्मानित किया गया। इस वर्कशॉप में देश के 37 राज्य और केंद्र शासित प्रदेश शामिल हुए थे। उत्तर प्रदेश के साथ तमिलनाडु, सिक्किम और चंडीगढ़ को भी इस अवसर पर सम्मान मिला।

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