यूपी की योगी सरकार बदमाशों के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति का पालन करने में लगी हुई है। इसी बीच छह सालों ने 10 हजार के अधिक मुठभेड़ हुई। एनकाउंटर में मामले में मेरठ पुलिस सबसे अव्वल रही है।
लखनऊ: यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने जीरो टॉलरेंस की नीति के तहत अपराधियों से लोहा लेने का काम लगातार पुलिस के द्वारा किया जा रहा है। हालांकि सामने आए आंकड़ों के बाद मेरठ पुलिस इस मामले में सबसे आगे है। आंकड़ों के अनुसार साल 2017 से लेकर अब तक मेरठ पुलिस और अपराधियों के बीच में 3125 मुठभेड़ हुई हैं। इन मुठभेड़ में 63 अपराधियों को ढेर करने का काम किया गया है। इस बीच 1708 अपराधियों घायल हुए हैं। मेरठ पुलिस ने इस बीच 5967 अपराधियों को गिरफ्तार किया है और मुठभेड़ में 401 जवान घायल भी हुए हैं। मुठभेड़ के दौरान मेरठ पुलिस के एक पुलिसकर्मी ने जान गंवाई है।
मुठभेड़ के मामले में आगरा दूसरे और बरेली तीसरे नंबर पर
वहीं मुठभेड़ के मामले में आगरा पुलिस दूसरे नंबर पर है। साल 2017 से अब तक आगरा पुलिस ने कुल 1844 मुठभेड़ में 14 अपराधियों को ढेर किया है। पुलिस ने 4654 अपराधियों को गिरफ्तार किया है। जबकि पुलिस कार्रवाई में 258 अपराधी मुठभेड़ में पैर में गोली लगने के बाद गिरफ्तार कर जेल भेजे गए हैं। आगरा पुलिस के 55 पुलिसकर्मी मुठभेड़ के दौरान घायल हुए हैं। वहीं इस लिस्ट में तीसरे नंबर पर बरेली पुलिस का नाम आ रहा है। बरेली पुलिस की अपराधियों से 1497 मुठभेड़ हुई हैं। इसमें 7 अपराधियों को ढेर किया गया जबकि 3410 अपराधियों को गिरफ्तार किया गया। पुलिस और अपराधियों के बीच मुठभेड़ में 437 अपराधी और 296 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं। इस बीच बरेली पुलिस का एक जवान भी शहीद हुआ है।
पीएम मोदी ने भी की थी यूपी की कानून व्यवस्था की तारीफ
योगी सरकार की ओर से जानकारी दी गई कि पिछले छह सालों में यूपी में राज्य की पुलिस और अपराधियों के बीच में 10 हजार से अधिक मुठभेड़ हुई हैं। इन मुठभेड़ में 63 अपराधियों को ढेर किया गया है। बताया गया कि प्रदेश सरकार क्राइम कंट्रोल को लेकर जीरो टॉलरेंस के तहत ही काम कर रही है। ज्ञात हो कि जीआईएस-23 के दौरान पीएम मोदी और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह समेत कई अन्य नेताओं ने भी यूपी की कानून व्यवस्था की जमकर तारीफ की थी।