AI face scanning के जरिए फेसबुक डेटिंग पर यूजर्स की उम्र का पता लगाएगा Meta

फेसबुक की पैरेंट कंपनी मेटा ने हाल ही में एक हालिया ब्लॉग पोस्ट के जरिए यह घोषणा की कि अगर प्लेटफॉर्म को यह संदेह होगा कि फेसबुक डेटिंग पर कोई यूजर 18 वर्ष कम उम्र का है तो वे यूजर्स को अपनी उम्र वेरिफाई करने के लिए प्रेरित करेंगे।

Akash Khare | Published : Dec 6, 2022 5:51 AM IST / Updated: Dec 06 2022, 11:41 AM IST

टेक न्यूज. Meta will verify user age by using AI face scanning: सोशल मीडिया की दिग्गज कंपनी फेसबुक AI Face Scanner (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस फेस स्कैनर) का उपयोग करके नया प्रयोग करने जा रही है, ताकि प्लेटफॉर्म की डेटिंग सर्विस यूजर्स को उनकी एज वेरिफाई करने की परमिशन मिल सके। अमेरिकी टेक्नोलॉजी न्यूज वेबसाइट द वर्ज के अनुसार, फेसबुक (Facebook) की पैरेंट कंपनी मेटा (Meta) ने हाल ही में एक हालिया ब्लॉग पोस्ट के जरिए यह घोषणा की कि अगर प्लेटफॉर्म को यह संदेह होगा कि फेसबुक डेटिंग पर कोई यूजर 18 वर्ष कम उम्र का है तो वे यूजर्स को अपनी उम्र वेरिफाई करने के लिए प्रेरित करेंगे।

इस स्थिति में यूजर ऐसे करवाएं एज वेरिफाई
अब आपके मन में सवाल आया होता कि एक यूजर ऐसी स्थिति में क्या करेगा तो आपको बता दें कि ऐसे में यूजर सेल्फी वीडियो शेयर करके अपनी आयु वेरिफाई कर सकते हैं। इसे फेसबुक थर्ड पार्टी बिजनेस के साथ शेयर कर सकता है या अपनी आईडी की एक कॉपी अपलोड कर सकता है। 

डिजिटल आइडेंटिटी कंपनी Yoti की लेगी मदद
मेटा के अनुसार, कंपनी Yoti, यूजर्स की पहचान किए बिना उसकी एज का पता लगाने के लिए चेहरे के संकेतों का इस्तेमाल करती है। Yoti एक डिजिटल आइडेंटिटी कंपनी है जो लोगों के लिए यह साबित करना सुरक्षित बनाती है कि वे कौन हैं। कंपनी इंडिविजुअली और बिजनेस के तौर पर यह काम करती है। यूके गर्वमेंट द्वारा अप्रूव्ड यह कंपनी सिटीजन कार्ड, गर्वमेंट ऑफ जर्सी, मेटा, एज यूके, एनएचएस और वर्जिन गेम्स समेत कई बड़ी कंपनियों के लिए यह काम करती है।

बच्चों को रोकने में करेगा मदद
मेटा का कहना है कि यह नया एज वेरिफिकेशन सिस्टम बच्चों को उस सुविधा तक पहुंचने से रोकने में मदद करेगा जो वयस्कों के लिए बनाई गई है। GSM Arena की रिपोर्ट के अनुसार, ऐसा नहीं लगता कि वयस्कों के लिए फेसबुक डेटिंग पर अपनी एज वेरिफाई करने की कोई जरूरत है। 

महिलाओं के लिए सटीक नहीं यह टेक्नीक
हालांकि, द वर्ज के अनुसार, यह सिस्टम सभी लोगों के लिए समान रूप से सटीक नहीं है। Yoti के डेटा से यह पता चलता है कि यह टेक्नीक फीमेल फेस और डार्क कॉम्प्लैक्स वाले लोगों के लिए सटीक नहीं है। बता दें कि मेटा ने इससे पहले अपने अन्य वेरिफिकेशन पर्पज के लिए भी Yoti की मदद ली थी।

और पढ़ें...

Amazon Deals: मात्र 16 हजार रुपए में खरीदें 71 हजार रुपए कीमत वाला यह लैपटॉप, यहां जानिए कैसे

सुना आपने? 10 नहीं बल्कि 20 हजार लोगों को बेरोजगार करने की तैयारी में है Amazon, टॉप मैनेजर्स भी नहीं बचेंगे

Viral Video: बंदर और बाघ के बच्चे की दोस्ती देखकर खुश हो जाएगा आपका दिल, यूजर्स बोले 'So Sweet'

मात्र 50 हजार रुपए देकर घर ला सकते हैं iPhone 13 और 14, Flipkart दे रहा हैवी डिस्काउंट

Read more Articles on
Share this article
click me!