5G का इंतजार करने वालों को झटका ! Airport के पास है घर तो नहीं उठा पाएंगे सर्विस का फायदा

दूरसंचार विभाग की तरफ से टेलीकॉम प्रोवाइडर्स भारती एयरटेल, रिलायंस जियो और वोडाफोन को एक पत्र भेजा गया है। इस पत्र में किसी भी एयरपोर्ट के आसपास तत्काल प्रभाव से सी-बैंड 5G बेस स्टेशन इंस्टॉल न करने को कहा गया है।
 

Asianet News Hindi | Published : Dec 26, 2022 1:39 PM IST

टेक डेस्क : 5G सर्विस (5G Service) का इंतजार कर रहे हैं तो यह खबर आपकी चिंता को बढ़ा सकती है। अगर आपका घर एयरपोर्ट के आसपास है तो 2023 में आप 5G सर्विस का फायदा नहीं उठा सकेंगे। दरअसल, अक्टूबर 2022 में देश में 5जी सर्विस लॉन्च की गई। कई शहरों में इस सर्विस को एनेबल कर दिया गया है और कई शहरों में इसकी तैयारी चल रही है। लेकिन इस बीच लाखों लोगों को झटका देने वाली खबर सामने आ रही है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, एयरपोर्ट्स के पास रहने वाले लोग 2023 में 5जी सर्विस का इस्तेमाल नहीं कर सकेंगे। आइए जानते हैं आखिर क्यों..

एयरपोर्ट के पास करने वालों को झटका
दरअसल, दूरसंचार विभाग (DoT) की तरफ से हाल ही में टेलीकॉम प्रोवाइडर्स भारती एयरटेल (Airtel), रिलायंस जियो (Jio) और वोडाफोन (Vodafone) को एक पत्र भेजा है। इस पत्र में लिखा है कि तत्काल प्रभाव से इंडियन एयरपोर्ट के आसपास 2.1KM के दायरे में सी-बैंड 5G बेस स्टेशन इंस्टॉल न करें। इसके पीछे कारण बताते हुए डीओटी ने बताया कि सी-बैंड 5जी विमान के रेडियो यानी रडार अल्टीमीटर के साथ कई तरह की समस्याएं पैदा कर सकता है। 

कहां तक नहीं बनाया जाएगा बेस स्टेशन
पत्र में बताया गया है कि रेडियो अल्टीमीटर का इस्तेमाल पायलट टेकऑफ और लैंडिंग के दौरान या पहाड़ों में दुर्घटनाग्रस्त से बचने के लिए करते हैं। DoT के अपने लेटर  में टेलीकॉम सर्विस प्रोवाइडर्स (TSPs) को सलाह देते हुए लिखा है कि रनवे के दोनों ओर से 2,100 मीटर और एयरपोर्ट्स के रनवे की मध्य रेखा से 910 मीटर के क्षेत्र में 3,300-3,670 मेगाहर्ट्ज में कोई भी 5G/IMT बेस स्टेशन नहीं बनाया जाए। जिससे किसी भी तरह की समस्या न हो।

कहां-कहां है 5G बेस स्टेशन
बता दें कि एयरटेन का 5जी बेस स्टेशन नागपुर, बेंगलुरु, नई दिल्ली, गुवाहाटी और पुणे एयरपोर्ट्स पर है। वहीं, दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में जियो ने अपना 5G बेस स्टेशन स्थापित किया है। अब DGCA की तरफ से सभी विमानों के रेडियो अल्टीमीटर फिल्टर को बदलना सुनिश्चित नहीं किया जाता, तब तक यह नया नियम लागू रहेगा। बता दें कि दुनियाभर में हाई-स्पीड 5G वायरलेस नेटवर्क रोल आउट होने के बाद अमेरिकी पायलटों ने विमान के रेडियो अल्टीमीटर के साथ लगातार आ रही समस्याओं की शिकायत की थी।

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