न्यूरालिंक इंसानी दिमाग में कंप्यूटर चिप लगाने को लेकर लगातार काम कर रही है। माना जा रहा है कि जल्द ही पहले चरण का ट्रायल भी पूरा हो जाएगा। कुछ समय पहले ही क्लिनिकल ट्रायल को लेकर मंजूरी मिली है।
Neuralink: इंसानों के दिमाग में कंप्यूटर चिप लगाने को लेकर एलन मस्क की कंपनी न्यूरालिंक काम कर रही है। इसके बाद ह्यूमन ब्रेन को मशीन के जरिए ऑपरेट किया जा सकेगा। कंपनी को यूएस फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन यानी एफडीए ने पिछले माह ही इसके क्लिनिकल ट्रायल को मंजूरी दी थी। वहीं इस बीच जानकारी मिल रही है कि कंपनी इस साल के आखिर तक पहला ह्यूमन ट्रायल को पूरा कर लेगी। यदि न्यूरालिंक को सफलता मिल जाती है तो यह बड़ी उपलब्धि होगी। इस टेक्नोलॉजी ने उन लोगों को फायदा होगा जो न्यूरो से संबंधित बीमारी से जूझ रहे हैं। या जो पैरालाइज, नेत्रहीन, मेमोरी लॉस की समस्या से परेशान हैं। हालांकि क्लिनिकल ट्रायल पूरा होने के बाद भी कंपनी को कामर्शियल लाइसेंस लेने के लिए लंबा समय लगेगा। उसके बाद ही इंसानों के दिमाग में कंप्यूटर चिप लगाई जा सकेगी। न्यूरालिंक चिप दरअसल एक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस चिप है। यह कंप्यूटर से अटैच रहती है और इसे इंसानों के दिमाग में इंम्प्लांट किया जाता है। कंप्यूटर की मदद से दिमाग को सिग्नल दिए जाते हैं और सिग्नल की मदद से बॉडी ऑपरेट करती है। आपको बता दें कि न्यूरालिंक को 2016 में लॉन्च किया गया था।