Omicron की दहशत के बीच इस देश ने खोली अपनी सीमाएं, लेकिन आने से पहले कराने होंगे 50 हजार रु के टेस्ट

फिजी में पर्यटकों के लिए सीमाएं खुलने के बाद स्थानीय लोगों में उत्साह है। लोगों ने पर्यटन उद्योग को फिर से शुरू करने के लिए सड़कों पर जश्न मनाया। डांस किया। पर्यटन का देश की अर्थव्यवस्था में 40 प्रतिशत हिस्सा है।     

फिजी. कोविड के नए वेरिएंट ओमीक्रोन (Omicron) से बचने के लिए फिजी (Fiji) ने ऑस्ट्रेलियाई (Australia) लोगों के लिए सख्त नियम बनाए हैं। यहां आने वाले 12 साल से कम उम्र के लोगों के लिए कोई टेस्ट नहीं कराना है, लेकिन इससे उपर के लोगों को करीब 50 हजार रुपए के टेस्ट करानें होंगे। विदेशों में यात्रा करने वाले आस्ट्रेलियाई लोगों के लिए प्रति व्यक्ति लगभग 150 डॉलर की लागत से पीसीआर टेस्ट (PCR Tests) किए जा रहे हैं। एक बार फिजी पहुंचने के बाद उन्हें एक और टेस्ट से गुजरना होगा। दोनों मिलाकर कीमत करीब 50 हजार रुपए तक पहुंच जाती है।

20 महीने बाद खुली फिजी की सीमाएं
पर्यटकों के लिए फिजी की सीमाएं 20 महीने के बाद खुली हैं, लेकिन यहां आने वाले लोगों के लिए सख्त नियम बनाए गए हैं। यहां आने से पहले प्री फ्लाइट टेस्ट, वैक्सीनेशन प्रूफ, ट्रेवेल इंश्योरेंस जैसे डॉक्युमेंट्स साथ लाने होंगे। पैसेंजर्स को डिपार्चर से 72 घंटे पहले एक पीसीआर टेस्ट कराना होगा। इसके अलावा फ्लाइट में चढ़ने से पहले इंटरनेशनल वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट भी दिखाना होगा।

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तीन दिनों तक होटल में रहना होगा 
एक बार जब पर्यटक फिजी पहुंच जाते हैं तो उन्हें अपने होटल या रिसॉर्ट में तीन रात रहना होता है। यहां आने के 48 घंटों के भीतर रैपिड कोविड टेस्ट से गुजरना होगा। एक बार जब तीन रातें खत्म हो जाती हैं और पैसेंजर्स को रैपिड टेस्ट रिजल्ट आ जाते हैं तब जाकर वे फिजी में घूम सकते हैं। फिजी में घूमने आए लोगों को रेस्तरां, दुकानों और ट्रांसपोर्ट के दौरान मास्क पहनने के लिए जागरूक किया जा रहा है। फिजी में 90 प्रतिशत लोगों को वैक्सीन लगी है। 

वीडियो में देखें, लोगों ने कैसे मनाया जश्न

पीएचडी रिसर्च वैज्ञानिक डॉक्टर हौमन हेममती (Dr Houman Hemmati) ने बताया कि कैसे COVID-19 का नया वेरिएंट वास्तव में महामारी का अंत ला सकता है। फॉक्स एंड फ्रेंड्स फर्स्ट (Fox & Friends First) पर उन्होंने कहा कि साउथ अफ्रीका (South Africa) की कुछ रिपोर्टों के मुताबिक, ओमीक्रोन वेरिएंट अत्यधिक संक्रामक हो सकता है। छोटी बीमारी का कारण बन सकता है, जिसका मतलब है कि दुनिया भर में कई लोग इसकी चपेट में आ सकते हैं और एंटीबॉडी पैदा कर सकते हैं। ये एंटीबॉडी भविष्य में कोविड से उनकी सुरक्षा करेंगे।

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