
नई दिल्ली. तमिलनाडु (Tamil Nadu) के कुन्नुर में प्लेन क्रैश में सीडीएस बिपिन रावत (CDS Bipin Rawat) सहित 13 लोगों को निधन हो गया। इन 13 में एक प्रदीप (Pradeep) का था। 2018 में जब केरल बाढ़ (Kerala Floods) की चपेट में था, तब प्रदीप उन अधिकारियों में से एक थे, जिन्होंने राज्य भर में बचाव अभियान चलाया था। वे उस टीम में थे, जिसने कोयंबटूर (Coimbatore) में नेवल बेस से उड़ान भरी थी।
सीएम ने याद किया- कैसे की थी बाढ़ पीड़ितों की मदद
प्रदीप 38 साल के थे। केरल के त्रिशूर जिले के रहने वाले प्रदीप जूनियर वारंट ऑफिसर थे। वह इंडियन आर्म्ड फोर्स में फ्लाइट गनर थे। मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने प्रदीप की मृत्यु पर शोक व्यक्त किया है और 2018 केरल बाढ़ के दौरान उनके योगदान को याद किया। 2018 केरल बाढ़ के दौरान प्रदीप की एक तस्वीर सोशल मीडिया पर काफी वायरल हुई थी।
सीएम ने कहा, वह एक सैनिक थे जिन्होंने केरल को बाढ़ से बचाने के लिए बहादुरी से काम किया था। उनके परिवार के सदस्यों और प्रियजनों के प्रति संवेदना। बाढ़ के दौरान प्रदीप ने राज्य के विभिन्न जगहों पर पर बचाव कामों में लगे हेलीकॉप्टर टीम में शामिल होने का विकल्प चुना था। उनके काम की भारत के राष्ट्रपति ने भी सराहना की थी।
चार दिन पहले ही ड्यूटी पर लौटे थे प्रदीप
प्रदीप पिछले हफ्ते ही अपने बीमार पिता के साथ थे। फिर ड्यूटी पर लौटे थे। चार दिन बाद हेलिकॉप्टर दुर्घटना में उसकी मौत हो गई। साल 2002 में प्रदीप IAF में एक हथियार-फिटर के रूप में शामिल हुए और एयर क्रू का हिस्सा बन गए। प्रदीप के एक पड़ोसी ने बताया, वे सभी कामों में सबसे आगे थे। जब वे आखिरी बार आए थे तो सबसे ज्यादा समय अपने बीमार पिता के साथ बिताया। एक अन्य पड़ोसी ने बताया, प्रदीप अपने घर के पास एक जमीन खरीदकर वहां एक नया घर बनाना चाहते थे। गांव अब अपने बेटे के अंतिम संस्कार की तैयारी कर रहा है।
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