जबलपुर के खमरिया स्थित गन कैरेज फैक्ट्री में बनने वाली इस तोप के लिए अब कानपुर स्थित फील्ड गन फैक्ट्री भी सहयोग करती है। जबलपुर में कई बार आम जनता के लिए इन तोपों की प्रदर्शनी भी लगाई जा चुकी है। इस तोप को बेहद हल्की होने की वजह से फील्ड गन भी कहा जाता है। इसके तीन मॉडल हैं, सबसे हल्का मॉडल 2380 kg का है, वहीं सबसे भारी मॉडल 3440 kg का है। इसकी लंबाई लगभग 19.6 फीट होती है, जिसमें 105×371 mm का गोला डाला जाता है।