विवाह सोलह संस्कारों में से प्रमुख है, लेकिन कई बार कुछ लोगों के विवाह में बार-बार रुकावटें आती हैं। इसके कई कारण हो सकते हैं। कभी ग्रहों के स्थिति तो कभी वास्तु दोष इसका कारण हो सकते हैं।
उज्जैन. विवाह सोलह संस्कारों में से प्रमुख है, लेकिन कई बार कुछ लोगों के विवाह में बार-बार रुकावटें आती हैं। इसके कई कारण हो सकते हैं। कभी ग्रहों के स्थिति तो कभी वास्तु दोष इसका कारण हो सकते हैं। इस कारण विवाह की बात बनते-बनते रूक जाती है। बार-बार ऐसा होने से व्यक्ति डिप्रेशन का शिकार हो सकता है। आज हम आपको बता रहे हैं विवाह में देरी के कारण और उसके उपाय…
1. जन्म कुंडली में बृहस्पति ग्रह के कमजोर होने से विवाह में देरी के योग बनते हैं। बृहस्पति की युति शत्रु ग्रहों से होने के कारण भी ऐसा होता है।
2. जिन लोगों की कुंडली में मांगलिक दोष होता है, उनके विवाह में भी कई परेशानियां आती हैं। क्योंकि मांगलिक लड़के का विवाह मांगलिक लड़की से ही किया जाता है।
3. कुछ लोगों की कुंडली में विवाह का योग ही नहीं, ऐसे लोग सारी जिंदगी अविवाहित ही रह जाते हैं।
4. वास्तु दोषों के कारण भी कई बार विवाह में देरी हो सकती हैं।
1. विवाह में बार-बार परेशानी आ रही है तो पानी में हल्दी मिलाकर स्नान करें। इससे गुरु ग्रह के दोष कम होते हैं और जल्दी ही विवाह के योग बनते हैं।
2. किसी गुरुवार को केले के पौधे लगाएं और रोज उसमें जल चढ़ाएं। प्रत्येक गुरुवार को व्रत भी रखें। इससे भी जल्दी ही विवाह के योग बनते हैं।
3. विवाह में देरी हो तो भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा करें। शिवलिंग पर कच्चा दूध चढ़ाएं और देवी पार्वती को सुहाग की सामग्री अर्पित करें। इससे आपकी समस्याओं का समाधान हो सकता है।
4. किसी ब्राह्मण कन्या के विवाह में अपने सामर्थ्य के अनुसार दान करें। इससे भी भी आपकी समस्या का समाधान हो सकता है।
5. किसी वास्तु विशेषज्ञ की सलाह लेकर घर के वास्तु दोषों का निवारण करवाएं।
6. पितृ दोष के कारण भी विवाह में परेशानियां आती हैं। इसके लिए भी पूजा-पाठ करवाएं।
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