आरोपः सांसद ने तहसीलदार को मारा थप्पड़, समर्थकों ने दौड़ा-दौड़ाकर पीटा

तहसीलदार अपने आवास पर थे। आरोप है कि इस बीच 10-15 हमलावर उनके आवास में घुस आए। इससे पहले कुछ समझ पाते हमलावरों ने उन्हें लाठी-डंडों से उन्हें पीटना शुरू कर दिया। तहसीलदार जान बचाकर भागे तो हमलावरों ने सदर तहसील कार्यालय तक दौड़ा दौड़ा कर पीटा। इसके बाद हमलावर फरार हो गए। 

Ankur Shukla | Published : Apr 7, 2020 2:06 PM IST / Updated: Apr 07 2020, 07:39 PM IST

कन्नौज (Uttar Pradesh) । लॉकडाउन के बीच कुछ लोगों ने सरकारी आवास में घुसकर तहसीलदार अरविंद कुमार पर हमला कर दिया। तहसीलदार जान बचाकर भागे तो हमलावरों ने सदर तहसील कार्यालय तक दौड़ा दौड़ा कर पीटा। इसके बाद हमलावर फरार हो गए। वहीं, पीड़ित तहसीलदार ने सांसद पर समर्थकों के साथ मिलकर मारपीट करने का आरोप लगाया है। सूचना पर डीएम और पुलिस के अधिकारियों ने आवास पर पहुंचकर हाल लिया। साथ ही हमलावरों पर सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।

यह है पूरा मामला
तहसीलदार अपने आवास पर थे। आरोप है कि इस बीच 10-15 हमलावर उनके आवास में घुस आए। इससे पहले कुछ समझ पाते हमलावरों ने उन्हें लाठी-डंडों से उन्हें पीटना शुरू कर दिया। तहसीलदार जान बचाकर भागे तो हमलावरों ने सदर तहसील कार्यालय तक दौड़ा दौड़ा कर पीटा। इसके बाद हमलावर फरार हो गए। 

तहसीलदार ने सुनाई आपबीती
तहसीलदार अरविंद कुमार का कहना है कि सांसद का फोन आया था। उन्होंने कहा कि एक सूची भेजी थी उसमें राशन वितरण नहीं हुआ है। मैंने कहा वो सूची नायब साहब को दी थी, वो सभी लोगों चिह्नित कराकर राशन उपलब्ध करा रहे हैं। इस पर सांसद ने कहा किसी भी व्यक्ति को नहीं दिया गया है तो मैंने कहा कि नायब साहब सूची से वितरित किए हैं, जो बचेंगे उन्हें भी वितरित करा दिया जाएगा, अभी मैं जानकारी करके दस मिनट में बता रहा हूं। इतना कहने पर सांसद गाली गलौज करने लगे और बोले तहसील में कहां बैठे हो अभी मैं आ रहा हूं।

एसडीएम ने कार्यालय से हटने के लिए कहा
तहसीलदार ने कहा कि मैंने डीएम और एडीएम को सांसद द्वारा फोन पर की गई अभद्रता करने और तहसील में आकर मारने की धमकी दिए जाने की जानकारी दी। एसडीएम ने मुझे कार्यालय से हट जाने को कहा तो मैं आवास पर चला आया। इसके बाद आवास में गेट तोड़ते हुए करीब 30-35 लोगों के साथ सांसद जी दरवाजा पीटने लगे।

इस तरह की पिटाई
मेरी पत्नी व बच्ची अंदर रोने लगीं तो मैं भी डर गया कि कहीं अंदर न घुसकर बत्तमीजी न करें। इसपर मैं दरवाजा खोलकर बाहर आ गया तो बाहर सांसद मेरी कुर्सी पर बैठे थे और कहा मेरी सूची से वितरण क्यों नहीं किया तो मैंने कहा कि करा रहा हूं, इसपर मेरा मोबाइल छीनकर सांसद मुझे थप्पड़ से पीटने लगे और समर्थकों ने मुझे गिरा गिराकर पीटा।

सांसद ने कही ये बातें
घटना की जानकारी मिलते ही डीएम राकेश कुमार मिश्रा और एसपी अमरेंद्र प्रसाद मौके पर पहुंचे। तहसीलदार ने अफसरों को चोंट दिखाते हुए पूरी जानकारी दी। अफसरों ने प्रकरण की जांच कराने की बात कही है। वहीं दूसरी ओर सांसद का कहना है कि सभी आरोप बेबुनियाद हैं। उनके कुछ लोग तहसीलदार से मिलने गए थे। जहां आवास में तहसीलदार ने उन लोगों पर हमला कर घायल कर दिया। 
 

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