निर्भया के दोषियों का डेथ वारंट जारी, आरोपी पवन के गांव वाले बोले-उसकी करतूत से पूरा गांव शर्मशार

निर्भया के दरिंदों का डेथ वारंट जारी हो गया है। उनके बचाव के सभी विकल्प बुधवार को समाप्त हो गए। कोर्ट इनके फांसी की अगली तारीख 20 मार्च को घोषित कर दी है। अब निर्भया के चारों दोषियों पवन गुप्ता, अक्षय ठाकुर, विनय शर्मा और मुकेश सिंह को 20 मार्च को फांसी दी जाएगी। निर्भया के चारों दोषियों में से एक पवन गुप्ता उत्तर प्रदेश के बस्ती जिले के जगन्नाथपुर का रहने वाला है। उस गांव के लोग इस फांसी से आहत तो हैं लेकिन पवन के कृत्य पर भी शर्मिंदा हैं। गांव के लोगों का कहना था कि निर्भया केस इस गांव पर एक कलंक जैसा है

Asianet News Hindi | Published : Mar 5, 2020 12:34 PM IST

बस्ती(Uttar Pradesh ). निर्भया के दरिंदों का डेथ वारंट जारी हो गया है। उनके बचाव के सभी विकल्प बुधवार को समाप्त हो गए। कोर्ट इनके फांसी की अगली तारीख 20 मार्च को घोषित कर दी है। अब निर्भया के चारों दोषियों पवन गुप्ता, अक्षय ठाकुर, विनय शर्मा और मुकेश सिंह को 20 मार्च को फांसी दी जाएगी। निर्भया के चारों दोषियों में से एक पवन गुप्ता उत्तर प्रदेश के बस्ती जिले के जगन्नाथपुर का रहने वाला है। उस गांव के लोग इस फांसी से आहत तो हैं लेकिन पवन के कृत्य पर भी शर्मिंदा हैं। गांव के लोगों का कहना था कि निर्भया केस इस गांव पर एक कलंक जैसा है। 

निर्भया केस के बाद झुक गया गांव वालों का सिर 
पवन के पैतृक गांव जगन्नाथपुर के रहने वाले राजेश तिवारी का कहना है कि निर्भया काण्ड के बाद से इस गांव पर बदनामी का एक कलंक सा लग गया है। हम लोग सिर उठाकर चलने में भी संकोच करते हैं। पवन के कृत्य से पूरा गांव शर्मशार है। गांव के ही रहने वाले राममूरत का कहना है कि फांसी तो एक दिन होनी ही थी, पवन ने जो कृत्य किया वो बेहद शर्मनाक है। 

 पवन का अपराध माफी योग्य नहीं 
जगन्नाथपुर के प्रधानपति संजय कुमार के मुताबिक पवन ने घिनौना कृत्य किया है। निर्भया केस पूरे क्षेत्र के लिए काला धब्बा जैसा है। पवन को फांसी की सजा अब हुई है ,डेट भी निर्धारित हो गई है। लेकिन इस गांव के लिए वह उसी दिन मर गया था जिस दिन उसे केस के लिए दोषी करार दिया गया था। पवन ने जो भी अपराध किया है वह माफी के योग्य नहीं है। 

कुछ लोग चाहते हैं न हो पवन को फांसी 
निर्भया केस में दोषी पवन के गांव के कुछ लोग ये भी चाहते हैं कि पवन को फांसी न हो। उनका कहना है कि इतने दिन जेल में रहकर उसे अपनी गलतियों का दंड मिल गया है। हांलाकि उनका ये भी कहना है कि निर्भया के साथ जो क्रूरतम अपराध हुआ हुआ उसकी भरपाई किसी भी स्थिति में सम्भव नहीं है। लेकिन अब पवन को माफी मिल जाए तो ठीक होगा। 

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