
गाज़ीपुर: यूपी के गाज़ीपुर में अग्निपथ योजना का एक अलग तरह का विरोध देखने को मिला है। जहां पर ना ही सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाया है। वहां पर एक युवक ने अपना सिर मुंडवा कर इस स्कीम को विरोध किया है। एक मीडिया संस्थान से बात करते हुए नौसेना चीफ हरी कुमार ने कहा, 'हमको इस बात का अंदाजा नहीं था कि इसका इस स्तर पर विरोध होगा।'
सिर मुंडवा कर इस स्कीम को किया विरोध
इस अग्निपथ स्कीम को लेकर गाजीपुर के हर्षवर्धन बताते हैं कि इसी साल 12वीं पास किया है और सरकार ने अग्निपथ योजना लाकर हम जैसे युवाओं के साथ धोखा किया है। हमारे सेना में भर्ती होने के सपने को कुचल दिया गया है। सरकार ने यह स्कीम लाकर युवाओं को आहत किया है। कई मुद्दों पर सरकार खुद क्लियर नहीं है। हर रोज उसको नियम बदलना पड़ रहा है। हमारी एक ही मांग है कि सरकार इस स्कीम को वापस ले। इसी योजना के विरोध में हर्षवर्धन ने अपना सिर मुंडवा लिया है।
युवाओं में अभी भी दिख रहा है आक्रोश
वहीं दूसरी तरफ हर्ष मौर्या मऊ जिले के रहने वाले हैं। इनका कहना है कि ये पिछले 2 साल से प्रयागराज में किराए पर रूम लेकर सेना में भर्ती होने के लिए कोचिंग कर रहे हैं। इसके लिए इन्होंने एक प्राइवेट इंस्टिट्यूट में 50 हजार रुपए फीस भी जमा की है। हर्ष का सपना एयरफोर्स में भर्ती होना है। हर्ष का कहना है कि 'सरकार के अग्निपथ स्कीम ने हमारे सपनों को अंधकार में धकेल दिया है। हमारे जिले में कोई शहीद होता था तो हम उसका नाम गर्व से लेते थे, लेकिन इस स्कीम ने देश सेवा में सर्वोच्च बलिदान का हक़ हमसे छीन लिया है।'
युवाओं को अंधकारमय नजर आ रहा भविष्य
वकील मनोहर लाल शर्मा ने भी अग्निपथ योजना के खिलाफ याचिका लगाई है। उन्होंने इसे खारिज करने की गुहार लगाई है। मनोहर लाल ने अपनी याचिका में कहा है कि अग्निपथ स्कीम से युवाओं को अपना भविष्य अंधकारमय नजर आ रहा है। 14 जून को अग्निपथ स्कीम को लेकर केंद्र सरकार द्वारा जारी आदेश और नोटिफिकेशन को खारिज किया जाए। वहीं, 18 जून को वकील विशाल तिवारी ने भी अग्निपथ के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में याचिका लगाई थी। उन्होंने इसकी जांच करने के लिए एक्सपर्ट कमिटी की गठन की गुहार लगाई थी।
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