सार
सोमवार को एडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार ने बताया कि हमने भारत बंद को देखते हुए जरूरी इंतजाम किए हैं। पीएसई की 141 कंपनियां और सीएपीएफ की 10 कंपनियां तैनात प्रदेश के अलग-अलग जगहों पर तैनात हैं। उन्होंने बताया कि अभी तक स्थिति नियंत्रण में है और किसी अप्रिय घटना की खबर नहीं है। उत्तर प्रदेश में बंद का कोई असर नहीं देखा गया है।
लखनऊ: अग्निपथ योजना के विरोध में यूपी भर में प्रदर्शन जारी है। इसको लेकर आज भारत बंद का ऐलान किया गया था। कई जगह पर इसका असर देखने को मिला। वहीं मथुरा में इसका खास असर देखने को नहीं मिला। रोजाना की तरह बाजार खुले नजर आए।
अग्निपथ योजना के खिलाफ प्रदर्शन करने वालों के खिलाफ राज्य में अब तक 39 एफआईआर दर्ज की गई हैं। गोरखपुर, देवरिया, गौतमबुध नगर कमिश्नरेट, गाजीपुर, आगरा, फिरोजाबाद, फर्रुखाबाद में 1-1 एफआईआर जौनपुर में 7 एफआईआर वाराणसी कमिश्नरेट, चंदौली, मथुरा और अलीगढ़ में 4-4 FIR बलिया, मिर्जापुर में 2-2 एफआईआर दर्ज हुई हैं।
475 उपद्रवियों के पुलिस ने किया गिरफ्तार
वहीं हिंसा में शामिल 475 उपद्रवियों को पुलिस अब तक गिरफ्तार कर चुकी है। इसमे से 330 लोगों को गंभीर धाराओं के तहत गिरफ्तार किया गया है। गौरतलब है कि बलिया में युवाओं ने भारत माता की जय और अग्निपथ वापस लो जैसे नारे लगाते हुए एक खाली ट्रेन में आग लगा दी थी।
सोमवार को एडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार ने बताया कि हमने भारत बंद को देखते हुए जरूरी इंतजाम किए हैं। पीएसई की 141 कंपनियां और सीएपीएफ की 10 कंपनियां तैनात प्रदेश के अलग-अलग जगहों पर तैनात हैं। उन्होंने बताया कि अभी तक स्थिति नियंत्रण में है और किसी अप्रिय घटना की खबर नहीं है। उत्तर प्रदेश में बंद का कोई असर नहीं देखा गया है।
कोचिंग संचालकों के खिलाफ हो सकती है सख्त कार्रवाई
एडीजी ने आगे कहा कि बीते दिनों अग्निपथ योजना के विरोध में प्रदेश में हुई हिंसक घटनाओं के मामले में अब तक 39 केस दर्ज किए गए हैं। इसके अलावा, 475 लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जिनमें से 330 को गंभीर धाराओं के तहत गिरफ्तारी की गई है। उन्होंने कहा कि युवाओं को भड़काने की कोशिश करने वाले कोचिंग संचालकों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
30 रेलगाड़ियों की गईं निरस्त
सेना में भर्ती के लिए सरकार की अग्निपथ योजना को लेकर जगह-जगह प्रदर्शनकारियों द्वारा ट्रेनों में आग लगाने की घटना ने कई ट्रेनों के पहिए जरूर थाम दिए हैं। परिचालन कारणों से उत्तर रेलवे, मुरादाबाद मंडल से प्रारंभ होने वाली एवं गुजरने वाली 30 रेलगाड़ियों का निरस्तीकरण किया गया है।
लंबी दूरी की अधिकांश ट्रेनों को रद कर दिया है। ऐसे में यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। सोमवार को रेलवे स्टेशन पर तमाम लोग रेलगाड़ियों के आने का इंतजार करते नजर आए। इनमें अधिकांश भट्ठा मजदूर हैं, मजदूरों का मानना है कि बिहार की ओर जाने वाली कोई भी ट्रेन मुरादाबाद से गुजरेगी तो हम उसमें सवार हो जाएंगे।