यूपी के जिले अलीगढ़ में स्कूल की दूसरी मंजिल से आठवीं के छात्र कूदा था। वह अपनी जिदंगी के लिए पिछले 12 दिनों से लड़ रहा था लेकिन अब उसकी मौत हो गई है। उसके घरवालों का रो-रोकर बुरा हाल है क्योंकि उन्होंने अपने अकेली संतान खो दी।
अलीगढ़: उत्तर प्रदेश के जिले अलीगढ़ के इंग्राहम स्कूल में दूसरी मंजिल से छलांग लगाने वाले आठवीं के छात्र ने 12 दिन बाद जिदंगी को अलविदा कह दिया है। उसकी 12 दिन बाद इलाज के दौरान मौत हो गई। स्कूल से कूदने के बाद से उसकी हालत बेहद गंभीर बनी हुई थी और जेएन मेडिकल कॉलेज में उसका इलाज चल रहा था। युवक की हालत इतना खराब थी कि उसको आईसीयू में ही रखा गया था। मगर मंगलवार की सुबह मौत और जिंदगी के बीच लड़ रही जंग को हार गया। वह अपने माता-पिता की अकेली संतान थी। फिलहाल उसकी मौत के बाद से घरवालों का रो-रोकर बुरा हाल है।
छात्र ने एक दिसंबर को लगाई थी छलांग
जानकारी के अनुसार शहर के सुरक्षा विहार त्रिमूर्ति नगर के रहने वाले संजीव कुमार का बेटा मयंक प्रताप सिंह (14) बन्नादेवी थाना क्षेत्र के इंग्राहम स्कूल में आठवीं कक्षा में पढ़ता था। एक दिसंबर को संजीव अपने बेटे को सुबह में स्कूल छोड़ने गए थे। प्रार्थना सभा के बाद शिक्षकों ने पढ़ाई शुरू कराई लेकिन उसका होमवर्क पूरा नहीं था। इतना ही नहीं उसे क्लास में रील बनाने के लिए भी सजा दी गई थी। उर्दू के पीरियड चलने के दौरान छात्र अचानक से कक्षा से बाहर निकलकर छलांग लगा दी थी। इसके बाद से उसको काफी गंभीरे चोटें आई थी और मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था।
प्रबंधन और पिता ने लगाए थे अलग-अलग आरोप
स्कूल में घटित इस घटना के बाद प्रबंधन का कहना था कि छात्र अपने पिता से डरा हुआ था। वह पिछले दिनों से आत्महत्या की बात बोल रहा था। दूसरी ओर उसके पिता का आरोप है कि क्लास में सीनियर और शिक्षक उसे परेशान करने के साथ-साथ उसका मजाक बनाते थे। जिसके बाद बन्नादेवी पुलिस ने पिता की तहरीर पर प्रबंधक और दो शिक्षिकाओं पर मुकदमा दर्ज किया था। पुलिस लगातार मामले की जांच कर रही थी। इसमें पुलिस ने शिक्षकों और साथ में पढ़ने वाले छात्रों के भी बयान दर्ज किए थे। वहीं घटना का सीसीटीवी भी सामने आया था, जिसमें छात्र कूदता हुआ नजर आ रहा था।
मुकदमे में अब मौत को लेकर जोड़ी जा सकती हैं धाराएं
बच्चे की मौत के बाद पुलिस की मौजूदगी में उसका अंतिम संस्कार कराया गया। उसकी मौत की वजह से ग्रामीणों में काफी रोष है। ऐसे में मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए मौके पर पुलिस फोर्स तैनात कर दी गई है। इसके अलावा छात्र की मौत के बाद अब मुकदमें में गैर इरादतन हत्या की धाराएं भी जोड़ी जा सकती हैं। जिससे प्रबंधन और नामजद आरोपियों की समस्या बढ़ जाएगी। वहीं परिवार के लोग लगातार आरोपियों पर कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। थाना प्रभारी प्रदीप कुमार ने बताया कि छात्र की इलाज के दौरान मौत हो गई है। मामले में स्कूल के तीन लोग नामजद हैं। छात्र की मौत के बाद अब मुकदमा तरमीम किया जाएगा और धाराओं में भी परिवर्तन होगा।
SP प्रमुख अखिलेश यादव ने सांसद डॉ एसटी हसन की दी बड़ी जिम्मेदारी, जानें अब किस भूमिका में आएंगे नजर
यूपी में निकाय चुनाव की अधिसूचना पर लगी रोक, जानिए क्यों राज्य सरकार ने मांगा समय
कानपुर पुलिस हिरासत में युवक की मौत पर भड़के परिजन, बोले- पीट पीटकर की हत्या, SP ने लिया बड़ा एक्शन