सार
यूपी के जिले मेरठ में प्रसव के पहले की एक मां ने अपने बच्चे का सौदा कर दिया। इन सबमें में उसका साथ उनकी बहन ने दिया था लेकिन वार्ड में मौजूद अन्य महिलाओं की वजह से पूरा राज खुल गया। इसके अलावा तीन दिन के बच्चों को देकर परिजन का कहना है कि गरीबी की वजह से पालने में असमर्थ है।
मेरठ: उत्तर प्रदेश के जिले मेरठ से हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। दरअसल शहर के एलएलआरएम मेडिकल कॉलेज में तीन दिन के नवजात की सौदेबाजी हो गई और असली माता-पिता ने 82 हजार रुपए में बच्चे को बैंक कर्मचारी को बेच दिया। बच्चे के माता-पिता का कहना है कि गरीबी के चलते उसको पालने में असमर्थता जताई है। उनका कहना है कि उन्होंने गाजियाबाद के मोदीनगर के परिवार को बच्चा दिया है और यह परिवार मौजूदा वक्त में शहर के माधवपुरम में रहता है।
महिला के पहले से है तीन बेटे और एक बेटी
जानकारी के अनुसार शहर के मेडिकल थाने के शेरगढ़ी की रहने वाली दीपा 35 साल की हैं। उनके तीन बेटे और 12 साल की बेटी है। महिला दीपा का पति राजेश मकानों में पीओपी का काम करता है। बीते नौ दिसंबर को दीपा ने मेडिकल अस्पताल में बेटे को जन्म दिया। उसके बाद सोमवार की रीत दस बच्चे उसके पास बच्चा नहीं था तो वार्ड में भर्ती दूसरी महिलाओं व तीमारदारों ने उससे बच्चे के पारे में पूछा तो दीपा चुप रही। इसके बाद पूरे वार्ड में बच्चा चोरी को लेकर शोर शुरू हो गया।
एक लाख में तय हुआ था नवजात का सौदा
दीपा का कहना है कि उसने माधवपुरम में रहने वाले बैंककर्मी निसंतान दंपती के साथ बच्चे का सौदा प्रसव से पहले ही कर दिया था। मौके पर पहुंची पुलिस ने दंपति को पकड़कर उनके पास से 82 हजार रुपए बरामद कर लिए है। दीपा ने यह भी बताया कि बहन उमा इस पूरे सौदे की मीडिएटर थी। उसने ही बैंककर्मी को बच्चे की जानकारी दी थी। दीपा का मायका माधवपुरम में हैं वहीं उसकी बहन उमा रहती है। उमा ने ही यह पूरा सौदा कराया। बच्चा एक लाख में देना तय हुआ इसमें 82 हजार रुपए दीपा ने रखे और 18 हजार रुपए मीडिएटर उमा को मिले थे।
कोई संतान नहीं होने पर कर्मचारी ने किया था सौदा
वहीं दूसरी ओर पुलिस ने माधवपुरम में रहने वाले बैंक कर्मचारी के घर से नवजात बच्चे को भी बरामद कर लिया है। कर्मचारी का कहना है कि उनके कोई संतान नहीं है, इसी वजह से उन्होंने बच्चे का सौदा तय कर दिया। दीपा का पति राजेश बच्चे के सौदा का पैसा मिलते ही शराब पीने चला गया। फिर जब वह अस्पताल वापस आया तो गार्ड को गाली देकर हंगामा करने लगा। गार्ड ने ही पुलिस को सूचना देकर बुलाया। पुलिस उमा और उसके पति को भी उठाकर थाने ले आई।
मामले की जा रही है अच्छी तरह से जांच
इस पूरे प्रकरण को लेकर एसपी सिटी पीयूष कुमार का कहना है कि मेडिकल कॉलेज में देर रात बच्चे को बेचने का मामला सामने आया है। मौके पर पहुंची थाना पुलिस ने दंपत्ति से पूछताछ की है। उन्होंने आगे कहा कि ऐसा बताया जा रहा है कि बच्चे के असली माता-पिता ने नवजात को गाजियाबाद, मोदीनगर निवासी दंपति को बेचा है। फिलहाल मामले की जांच की जा रही है।
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