यूपी के जिले अलीगढ़ में 27 साल बाद महिला ने पति के साथ मिलने के बाद न्याय की गुहार लगाई है। पीड़िता के साथ सात साल की उम्र से ही उसके सौतेले चाचाओं ने दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया। आए दिन दुष्कर्म करते और डरा धमकाकर चुप करा देते।
अलीगढ़: उत्तर प्रदेश के जिले अलीगढ़ से रोंगटे खड़े कर देने वाली खौफनाक कहानी सामने आई है। 27 साल पुरानी यह कहानी महिला ने पति के साथ की वजह से उजागर की है। पीड़िता को बार-बार समझाने के बाद अपने साथ हुए अत्याचार के लिए आवाज उठाते हुए न्याय की गुहार लगाई है। दरअसल बुलंदशहर का एक परिवार अलीगढ़ में आकर रहने लगा। इसी परिवार में साल 1986 को पहली संतान के रूप में एक बेटी ने जन्म लिया। दो साल होने के बाद साल 1988 में एक सड़क दुर्घटना में परिवार के 12 लोगों की मौत हो गई लेकिन ढाई साल की बच्ची और उसकी मां बच गई।
मां ने भी बच्चा का नहीं दिया था साथ
सड़क हादसे में बचने के बाद महिला ने दूसरी शादी कर ली और अपना घर बसा लिया। ढाई साल की बच्ची उनके साथ ही थी लेकिन जब यह बच्ची सात साल की हुई तो उसके सौतेले चाचाओं ने बारी-बारी से दुष्कर्म किया। फिर यह सिलसिला रोज का होने लगा। आए दिन दोनों चाचा मासूम के साथ दुष्कर्म करते और उसके बाद डराकर शांत रहने के लिए कहते थे। नाबालिग बच्ची अपनी मां से बताती भी थी पर उल्टा उसे ही डांट मिलती थी और चुप रहने के लिए कहा जाता था। मां का भी साथ नहीं मिलने की वजह से लड़की का सालों तक शोषण ऐसे ही चलता रहा।
साल 2011 में हुई थी पीड़िता की शादी
पीड़ित महिला ने पति के साथ के बाद शिकायत में आरोप लगाया है कि कई साल तक सौतेले चाचा शोषण करते रहे। इसके साथ ही उसे शारीरिक और मानसिक यातनाएं भी देते रहे। साल 2011 में उसकी शादी एक फौजी के साथ तय कर दी गई। लड़की अपने होने वाले पति को यह सब बात बताना चाहती थी लेकिन वह हिम्मत नहीं जुटा पाई क्योंकि उसको ऐसा लग रहा था कि उसके जीवन का यह सच जानकर पति शादी तोड़ न दे। इस वजह से वह शांत रही और अपनी नर्क भरी जिंदगी से बाहर निकल गई। इसके बाद पीड़िता ने अपने मायके की ओर कभी पलट कर नहीं देखा और न कभी मायके आने की बात करती थी।
शादी के बाद भी चाचाओं की नहीं बदली हरकतें
पीड़िता अपने पति के साथ काफी खुशी थी। उसकी दो बेटियां भी हो गई। मगर इसी बीच उसके पति ने सेना की नौकरी से रिटायरमेंट ले लिया और शहर में आकर ही अपना व्यापार शुरू कर दिया। युवक अपनी पत्नी से हमेशा मायके जाने के लिए कहता था लेकिन वह मना कर देती थी। पति के बार-बार कहने पर साल 2019 में एक दिन वह सौतेले भाई के साथ मायके पहुंची। इस दौरान दोनों चाचा ने उसके साथ फिर वहीं सब करने की कोशिश की तो महिला ने विरोध किया। जिसके बाद युवक ने उसके साथ मारपीट की और उसे धमकी दी कि उसके पति से उसे अलग करा देंगे।
पति-पत्नी ने साल 2022 में मायके जाकर किया विरोध
साल 2019 की इस घटना के बाद महिला महीनों घुटती रही लेकिन जब बर्दाशत के बाहर हो गया तो उसने अपने पति से यह सारी बात बता दी। उसे डर था कि कहीं पति उसे गलत समझकर तलाक न दे दे। मगर पति ने पत्नी का साथ पूरा दिया और इस घटना का विरोध किया। एक बार फिर महिला अपने पति के साथ साल 2022 में मायके गई। वहां पति के साथ सौतेले पिता और मां के सामने ही इस घटना का विरोध किया। जिसके बाद मायके वालों ने उसे और उसके पति के साथ मारपीट करने की कोशिश भी की और दोनों को वहां से भगा दिया। फौजी पति ने पत्नी से मुकदमा करने के लिए कहा लेकिन वह मना कर देती।
महिला के पति ने लगातार शिकायत करने के लिए समझाया
पति के लगातार समझाने के बाद अब महिला ने न्याय की गुहार लगाई है। पीड़िता का कहना है कि वह किसी पर विश्ववास नहीं कर पा रही थी। बचपन से ही रिश्तों का भयानकर चेहरा देखने को मिला। इस वजह से डर था कि कहीं पति से भी उसका रिश्ता टूट न जाए तो फिर कहां जाएगी। महिला जैसा सोच रही थी वैसा कुछ नहीं हुआ बल्कि उसके पति ने उसका पूरा साथ दिया। पति लगातार पत्नी को समझाते रहे कि अपना न्याय ले जिससे दोबारा किसी लड़की या महिला के साथ ऐसा न हो।
मां समेत सौतेले पिता, चाचा पर दर्ज हुआ मुकदमा
इसके बाद पीड़ित महिला ने मुख्यमंत्री पोर्टल, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, महिला आयोग में शिकायत की। उसने दोनों चाचा के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। इसके बाद मामले का संज्ञान लेते हुए महिला थाने में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। इस पूरे प्रकरण को लेकर सीओ शिव प्रताप का कहना है कि महिला शिकायत पर उसकी मां, सौतेले पिता, चाचा और सौतेले भाई के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। इस मामले की जांच शुरू हो गई है। उन्होंने आगे कहा कि आरोपियों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।