Inside Story: अयोध्या की विधानसभा सीटों पर BJP ने नहीं खेला कोई खेल, पुराने चेहरों पर ही लगाया दांव

अयोध्या सदर में वेद प्रकाश गुप्ता को व्यापारियों की नाराजगी का सामना करना पड़ सकता है। पिछले दिनों व्यापार मंडल ने सड़क चौड़ीकरण के नाम पर व्यापारियों पर हो रहे उत्पीड़न के मुद्दे को लेकर पूरे नगर में दुकानों को बंद कर रखा था। अब वेद प्रकाश गुप्ता को उन व्यापारियों को मना और समझा कर अपने पक्ष मिलाना काफी कठिन होगा।

Asianet News Hindi | Published : Jan 28, 2022 12:45 PM IST

अनुराग शुक्ला 
अयोध्या
: उत्तर प्रदेश के अयोध्या विधानसभा की पांचों सीटों पर भारतीय जनता पार्टी ने  प्रत्याशियों की घोषणा कर दी है। पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव एवं मुख्यालय प्रभारी अरुण सिंह ने सभी सीटों पर सिटिंग एमएलए या उनके अपनों के नाम पर टिकट की घोषणा कर दी है। बीजेपी (BJP) की प्रतिष्ठापरक सीट अयोध्या से निवर्तमान विधायक वेद प्रकाश गुप्ता (ved prakash  gupta) पर एक बार फिर भरोसा जताया है। तो वही जेल में बंद सजा काट रहे गोसाईगंज के पूर्व विधायक इंद्र प्रताप तिवारी उर्फ खब्बू ( Indra  Pratap  Tiwari,  Khabbu) की पत्नी आरती तिवारी ( Aarti Tiwari), बीकापुर से वर्तमान विधायक शोभा सिंह चौहान ( Shobha  singh  Chauhan) और पूर्व सिंचाई मंत्री मुन्ना सिंह चौहान के पुत्र अमित सिंह (Amit Singh) को, रुदौली से वर्तमान विधायक रामचंद्र यादव और मिल्कीपुर से विधायक गोरखनाथ को टिकट दिया गया है।

पार्टी में बगावत के डर से नहीं उतारा गया नया प्रत्याशी
भारतीय जनता पार्टी को कुछ दिनों से अपनों ने बहुत धोखा दिया। इसलिए छाछ को भी फूंक -फूंक कर पी रही बीजेपी नया बखेड़ा नहीं खड़ा करना चाहती। जानकारों का मानना है इसलिए इस बार पुराने चेहरों पर फिर से भरोसा जताकर उन्हें मैदान में उतारा जा रहा है। लोगों का मानना है स्थानीय जनता ने पिछला कार्यकाल अपने एमएलए का देखा है। इसलिए इस बार फिर से टिकट पाए लोगों को काफी मेहनत करनी पड़ेगी। तभी सत्ता मिल पाएगी। 

वेद प्रकाश गुप्ता के लिए कठिन है राह
आपको बता दे खास तौर पर अयोध्या सदर में वेद प्रकाश गुप्ता को व्यापारियों की नाराजगी का सामना करना पड़ सकता है। पिछले दिनों व्यापार मंडल ने सड़क चौड़ीकरण के नाम पर व्यापारियों पर हो रहे उत्पीड़न के मुद्दे को लेकर पूरे नगर में दुकानों को बंद कर रखा था। अब वेद प्रकाश गुप्ता को उन व्यापारियों को मना और समझा कर अपने पक्ष मिलाना काफी कठिन होगा।

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