Special Story: SP के किले को भेदने की तैयारियों में रिटायर्ड IPS असीम अरूण, दो दशक से सपा कर रही है राज

बीजेपी से टिकट मिलने के बाद रिटायर्ड आईपीएस असीम अरूण अपने पैतृक आवास से ही चुनावी रणनीति बना रहे हैं। बड़े-बुजुर्गों से मिलकर, चुनावी जनसंपर्क कर रहे हैं। इस काम में उनके साथ में बड़ी संख्या में बीजेपी कार्यकर्ताओं की टीम भी लगी हुई है।
 

Asianet News Hindi | Published : Jan 24, 2022 12:14 PM IST

सुमित शर्मा
कानपुर: 
यूपी विधानसभा चुनाव (UP Vidhansabha Chunav) आने वाले दिनों और भी दिलचस्प होने वाला है। बीजेपी ने समाजवादी पार्टी के गढ़ में बची आखिरी सीट पर कमल खिलाने के लिए रिटायर्ड आईपीएस असीम अरूण को मैदान में उतारा है। असीम अरूण की सीधी टक्कर कन्नौज सदर विधानसभा सीट से तीन बार के विधायक अनिल दोहरे से है। कन्नौज सदर सीट पर बीते दो दशक से लगातार साइकिल दौड़ रही है। रिटायर्ड आईपीएस असीम अरूण के कंधों पर सदर सीट पर कमल खिलाने की जिम्मेदारी है।

विधानसभा चुनाव 2012 से पहले कन्नौज की तीनों से सीटों पर एसपी का कब्जा था। लेकिन विधानसभा चुनाव 2017 में मोदी लहर में बीजेपी ने कन्नौज की तीन में से दो सीटों पर शानदार जीत दर्ज की थी। सबसे ज्यादा हैरान करने वाली बात है कि मोदी लहर में भी बीजेपी कन्नौज की सदर सीट पर कमल नहीं खिला पाई थी। इस लिए बीजेपी प्रत्याशी असीम अरूण पर बड़ी जिम्मेदारी है।

असीम अरूण का चुनावी अभियान
कानपुर पुलिस कमिश्नर रहे असीम अरूण वीआरएस लेकर बीजेपी का दामन थाम कर राजनीति में उतर आए हैं। रिटायर्ड आईपीएस असीम अरूण मूलरूप से कन्नौज के खैरनगर के रहने वाले हैं। बीजेपी से टिकट मिलने के बाद रिटायर्ड आईपीएस असीम अरूण अपने पैतृक आवास से ही चुनावी रणनीति बना रहे हैं। बड़े-बुजुर्गों से मिलकर, चुनावी जनसंपर्क कर रहे हैं। इस काम में उनके साथ में बड़ी संख्या में बीजेपी कार्यकर्ताओं की टीम भी लगी हुई है।

2017 में बीएसपी थी सेकेंड रनर पार्टी
यदि 2017 के विधानसभा चुनाव की बात की जाए तो एसपी के अनिल कुमार दोहरे को बहुजन समाजपार्टी के बनवारी लाल दोहरे ने कड़ी टक्कर दी थी। बीएसपी के बनवारी लाल दोहरे मात्र 2454 वोटों से हार गए थे। एसपी के अनिल कुमार दोहरे को 99,635 वोट मिले थे, वहीं बीएसपी के बनवारी लाल दोहरे को 97,181 वोट मिले थे। कन्नौज सदर सीट अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है। वैसे तो सदर विधानसभा सीट की गिनती रिहायशी इलाकों में होती है। एसपी सरकार के दौरान कन्नौज में 24 घंटे बिजली आती थी।

बीजेपी को थी लंबे समय से तलाश
बीजेपी लंबे समय से ऐसे प्रत्याशी की तलाश कर रही थी। जिसकी छवि साफ-सुथरी और इमानदार हो। जब बीजेपी की नजर असीम अरूण पर पड़ी तो, उनसे अच्छा प्रत्याशी नजर नहीं आया। एसपी के बचे हुए गढ़ को भेदने के लिए बीजेपी ने रिटायर्ड आईपीएस असीम अरूण को सदर सीट से प्रत्याशी बना दिया। कन्नौज के सांसद सुब्रत पाठक भी अपनी टीम के साथ जनसंपर्क में लगे हैं।

कन्नौज की सदर सीट के जातिगत आकड़े
कन्नौज की सदर सीट से सपा के अनिल कुमार दोहरे विधायक हैं। इस सीट पर अनुसूचित जाति के वोटरों की संख्या लगभग 01.15 है। मुस्लिम वोटरों की संख्या 65 हजार है, ब्राह्मण वोटरों की संख्या लगभग 45 हजार, यादव वोटरों की संख्या 50 हजार है। लोधी 30 हजार और कुशवाहा वोटर 40 हजार के करीब हैं । 

Read more Articles on
Share this article
click me!