आजमगढ़ में एक मुस्लिम युवती ने हिंदू धर्म अपना कर अपने हिंदू प्रेमी के गले में वरमाला डालकर उसे अपना जीवन साथी बना लिया। युवती ने प्रेम की बीच आ रही धर्म की दीवार को तोड़कर शादी कर ली। इस रिश्ते से लड़के का परिवार बेहद खुश है।
आशीष पांडेय
आजमगढ़: उत्तर प्रदेश में बीते दिनों ऐसे कई मामले सामने आए है कि दूसरे धर्म होने की वजह से प्रेमी जुगल साथ नहीं हो पाया। ज्यादातर इसका परिणाम आत्महत्या या रिश्ते का खत्म होना ही रहा है। लेकिन इसी बीच राज्य के आजमगढ़ जिले से ऐसा ही मामला सामने आया है, लेकिन फर्क बस इतना ही कि प्रेमियों ने अपने प्यार को शादी करके नए रिश्ते का नाम दिया। शहर की एक मुस्लिम युवती ने प्रेम के बीच आ रही धर्म की दीवार को तोड़ दिया। लड़की ने हिंदू धर्म अपनाकर लड़के से शादी रचाई।
दो साल पहले मुस्लिम युवती से हुआ प्यार
शहर में स्थित मंदिर परिसर का माहौल उस समय एक नई इबारत को लिख गया, जब एक मुस्लिम युवती ने हिंदू धर्म अपना कर अपने हिंदू प्रेमी के गले में वरमाला डालकर उसे अपना जीवन साथी बना लिया। मंदिर परिसर में सात फेरों के साथ प्रेमी युगल को परिजनों व गणमान्य लोगों द्वारा नवदंपत्ति को खुशमय जीवन का आर्शीवाद दिया गया। जानकारी के अनुसार आजमगढ़ जिले के अतरौलिया क्षेत्र के खानपुर फतेह गांव निवासी सूरज को दो साल पहले हैदरपुर खास गांव की एक मुस्लिम लड़की मोमिन खातून से प्रेम हो गया। दिन-प्रतिदिन दोनों का प्यार परवान चढ़ने लगा। परिजनों से चोरी छुप-छुप कर मिलने-जुलने और एक साथ जीने मरने की कसम खाने लगे। लेकिन इस बात की जानकारी जब लड़की के घर वालों को हुई तो वह इस रिश्ते से ऐतराज करने लगे। तो वहीं दूसरी ओर लड़का का परिवार राजी था।
युवती के परिजनों ने रिश्ते से किया ऐतराज
इतना ही नहीं युवती के परिजनों ने प्रेमी व उसके परिजनों पर दबाव भी बनाया कि वे इस्लाम धर्म को अपना ले। लेकिन प्रेमिका अपने परिवार के इस फैसले से तैयार नहीं थी और उसने मना कर दिया। प्रेमी युगल ने फैसला किया कि प्यार के बीच आ रही धर्म की दीवार को तोड़ देंगे। दोनों ने अतरौलिया क्षेत्र के सम्मो माता मंदिर में हिंदू रीति रिवाज से शादी की। इस दौरान लोग घरवालों के अलावा गांव के अन्य लोग भी मौजूद रहे। मंदिर परिसर में मौजूद परिजनों का वर-वधू ने आशीर्वाद लिया। शादी संपन्न होने के बाद लड़का का परिवार इस शादी से काफी खुश दिखे।