बाबरी विध्वंस की बरसी को लेकर उत्तरप्रदेश में सुरक्षा बढ़ा दी गई है। काशी, मथुरा और अयोध्या में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। मथुरा में धारा 144 लागू किया गया है।
लखनऊ। बाबरी विध्वंस की बरसी (Babri Demolition Anniversary) को लेकर उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में सुरक्षा बढ़ा दी गई है। काशी, मथुरा और अयोध्या में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। मथुरा में धारा 144 लागू किया गया है। किसी भी अनहोनी से निपटने के लिए 150 पीएसी की कंपनी तैनात की गई है। सीआरपीएफ की 6 कंपनी को भी संवेदनशील जगहों पर तैनात किया गया है।
दरअसल, आज से 29 साल पहले 6 दिसंबर 1992 को कारसेवकों की भीड़ ने बाबरी मस्जिद गिराई थी। उनका दावा था कि यह राम जन्मभूमि पर बनी है। इस जगह पर राम मंदिर बनना चाहिए। 6 दिसंबर को मुस्लिम समुदाय काला दिवस के तौर पर मनाता है। वहीं, हिंदू समुदाय के लोग इसे शौर्य दिवस के तौर पर मनाते हैं। मामला बेहद संवेदनशील होने के चलते उत्तर प्रदेश पुलिस ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए हैं।
नहीं होगा कोई कार्यक्रम
एडीजी (कानून व्यवस्था) प्रशांत कुमार ने कहा है कि वरिष्ठ अधिकारी प्रमुख जिलों में कैंप कर रहे हैं। आधा दर्जन संगठनों ने विभिन्न कार्यक्रम आयोजित करने की घोषणा की थी, लेकिन पुलिस अधिकारियों के साथ बातचीत के बाद सभी संगठनों ने कार्यक्रम आयोजित नहीं करने का फैसला किया है। किसी तरह का कोई आयोजन नहीं करने दिया जाएगा।
मथुरा में धारा 144 लागू
पूरे मथुरा जिले में धारा 144 लगा दी गई है। जिले के डीएम नवनीत सिंह चहल ने कहा है कि कुछ संगठनों ने ऐलान किया था कि 6 दिसंबर को शाही मस्जिद में जलाभिषेक करेंगे, जिसके बाद यह फैसला लिया गया। बता दें कि 2019 में सुप्रीम कोर्ट ने अयोध्या की विवादित जमीन पर रामलला विराजमान का हक माना था। इसके साथ ही मुस्लिम पक्ष को अयोध्या में ही 5 एकड़ जमीन देने का आदेश दिया था। चीफ जस्टिस रंजन गोगोई की अध्यक्षता वाली 5 जजों की विशेष बेंच ने सर्वसम्मति से यह फैसला सुनाया था।
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