
लखनऊ: मंत्री और दो बार बसपा से विधायक रह चुके अकीलुर्रहमान (Akilur Rahman) ने अपनी पत्नी नगर पालिका की पूर्व अध्यक्ष तरन्नुम अकील तथा बसपा में सेक्टर तथा जिला व विधानसभा क्षेत्र में पदों पर रहे कई लोगों ने रालोद की सदस्यता ग्रहण कर ली। गौर करने वाली बात यह है कि इन सभी को बसपा ने पहले ही बाहर का रास्ता दिखा दिया था। हालांकि जानकार मानते हैं कि अकीलुर्रहमान के रालोद में जाने से यूपी विधानसभा चुनाव 2022 में सपा-रालोद गठबंधन को फायदा जरूर पहुंचेगा।
2002 और 2007 में चुनाव जीतकर बने विधायक
बहुजन समाज पार्टी से अकीलुर्रहमान खां (Akilur Rahman) वर्ष 2002 और 2007 में लगातार दो बार चुनाव जीतकर बहजोई से विधायक बने। हालांकि परिसीमन के बाद बहजोई सीट असमोली के रूप में सामने आई। परिसीमन के बाद जब 2012 में चुनाव हुआ तो अकीलुर्रहमान दूसरे स्थान पर रहे। इसके बाद 2017 चुनाव में वह तीसरे स्थान पर पहुंच गए। इस बीच 2014 के लोकसभा चुनाव में भी उन्होंने किस्मत आजमाई। इस दौरान वह 252640 वोट पाकर तीसरे स्थान पर रहें।
अकीलुर्रहमान के साथ ही कई अन्य लोगों ने भी बसपा छोड़कर रालोद की सदस्यता ली। सभी ने कहा कि अब रालोद को मजबूत करना ही उनका उद्देश्य है।
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