प्रियंका गांधी को पुलिस द्वारा रोकने पर भड़के कांग्रेसी, कहा- आखिर प्रियंका से क्यों डरती है यूपी सरकार

कांग्रेस पार्टी ने लखनऊ में प्रियंका गांधी को उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा रोके जाने के मामले में जांच की मांग की है। ASIANET NEWS HINDI ने  कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू व वरिष्ठ कांग्रेसी नेता प्रमोद तिवारी बात किया

Asianet News Hindi | Published : Dec 28, 2019 4:36 PM IST / Updated: Dec 28 2019, 10:23 PM IST

लखनऊ(Uttar Pradesh ). कांग्रेस पार्टी ने लखनऊ में प्रियंका गांधी को उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा रोके जाने के मामले में जांच की मांग की है। ASIANET NEWS HINDI ने  कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू व वरिष्ठ कांग्रेसी नेता प्रमोद तिवारी बात किया । इस दौरान कांग्रेसी नेताओं ने उत्तर प्रदेश सरकार व यूपी पुलिस पर जमकर निशाना साधा। 

बता दें कि रविवार शाम प्रियंका गांधी हिंसा के आरोप में गिरफ्तार की गई सदफ जफर के घर जाने के लिए निकली थीं। लेकिन पुलिस ने रास्ते में ही उन्हें रोक दिया। इसके बाद प्रियंका ने पूर्व आईजी एसआर दारापुरी के परिजनों से मुलाकात करने का फैसला किया तो लोहिया पार्क के पास उनके काफिले को रोक दिया गया। जिसके बाद प्रियंका पैदल ही दारापुरी के परिवार से मिलने निकल पड़ीं। कुछ आगे जाने के बाद प्रियंका ने एक कांग्रेस नेता के साथ स्कूटी पर सफर कर एसआर दारापुरी के घर पहुंच गई। इस दौरान प्रियंका का आरोप है कि उनके साथ पुलिसवालों ने बदसलूकी की।

आखिर यूपी सरकार प्रियंका गांधी से डरती क्यों है- अजय कुमार लल्लू 
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने कहा कि, "उत्तर प्रदेश की सरकार आखिर प्रियंका जी से डरती क्यों है। प्रियंका गांधी पूर्व आईजी एसआर दारा पुरी के आवास पर उनसे मिलने जा रही थी, तो इसमें यूपी सरकार को क्या दर्द था । रास्ते मे जबरन उन्हें रोका गया, उनसे अभद्रता की गई। ये निंदनीय है। इसके लिए सीएम योगी को इस्तीफा देना चाहिए।"  

सरकार हो न हो हम शर्मिंदा हैं- प्रमोद तिवारी 
पूर्व राज्य सभा सदस्य व वरिष्ठ कांग्रेसी नेता प्रमोद तिवारी ने यूपी पुलिस निशाना साधा है। कहा कि " जिस तरह से सीओ ने चलती गाड़ी के आगे गाड़ी लगाकर प्रियंका जी की गाड़ी को रोका वह बेहद आश्चर्यजनक व निंदनीय है । ड्राइवर ने ब्रेक ना लगाई होती तो प्रियंका जी का एक्सीडेंट हो जाता। एसआर दारापुरी जी के घर जाते वक्त प्रियंका जी से धक्का मुक्की हुई उनके गले को दबाने का प्रयास किया गया। पुलिस ने उनको रोकने का काम किया। क्या अब पूरे प्रदेश में किसी का दुःख दर्द बांटने से पहले सरकार से परमीशन लेना पड़ेगा ? हम पूरे प्रदेश में शांति की अपील करते है लेकिन जब सरकार ही हिंसा पर आमादा हो जाये तो क्या किया जाए। "

सरकार तानाशाही रवैये से चल रही  
पार्टी की प्रवक्ता सुष्मिता देव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा, "ये सरकार की तानाशाही है। प्रियंका गांधी एक विरोधी दल की नेता होने के नाते डंडे के बल पर जेल में भर्ती किए गए लोगों के परिजनों से मिलने जा रही थीं, लेकिन उन्हें रोका गया। इसकी जांच होनी चाहिए। यूपी पुलिस की सर्किल ऑफिसर ने प्रियंका गांधी की गाड़ी को इस तरीके से रोका कि उनका एक्सीडेंट होते-होते बचा। उनकी गाड़ी में 5 लोगों से कम लोग मौजूद थे और इस तरह वो धारा 144 का उल्लंघन भी नहीं कर रही थीं। लेकिन उन्हें रोका गया।''
 

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