जमीयत में मदनी बोले- आग से आग नहीं बुझाई जाती, ज्यादा दिन नहीं चलती नफरत के कारोबार की दुकानें

देवबंद में जमीयत उलमा एक हिंद के द्वारा आयोजित हो रहे दो दिवसीय कार्यक्रम में पहुंचे लोगों ने अपने विचार रखे। इस बीच मौलाना महमूद गजनी ने किसी को भी मायूस न होने का संदेश दिया। उन्होंने कहा कि नफरत की दुकान ज्यादा दिन हीं चलती। 

Asianet News Hindi | Published : May 28, 2022 10:40 AM IST / Updated: May 28 2022, 04:20 PM IST

सहारनपुर: देवबंद में ईदगाह मैदान में जमीयत उलमा-ए-हिंद की ओर से दो दिवसीय कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसमें देशभर के उलेमा और गवर्निंग बॉडी के सदस्य विभिन्न समस्याओं को लेकर मंथन कर रहे हैं। यहां अधिवेशन की शुरूआत होने के साथ ही मौलाना महमूद मदनी ने कहा कि आग को आग से नहीं बुझाया जा सकता है। प्यार को सिर्फ और सिर्फ नफरत से ही हराया जा सकता है। 

झंडा फहरार किया गया शुभारंभ
इस कार्यक्रम का शुभारंभ जमीयत उलमा-ए-हिंद का झंडा फहराकर किया गया। जमीयत प्रमुख मौलाना महमूद मदनी की अध्यक्षता में आयोजित हो रहे कार्यक्रम में दारुल उलूम के मोहतमिम मौलाना मुफ्ती अबुल कासिम,जमीयत उलमा हिंद पश्चिम बंगाल अध्यक्ष और ममता सरकार में मंत्री मौलाना सिद्दीकउल्ला चौधरी, सांसद मौलाना बदरूद्दीन अजमल औऱ सभी प्रदेशों के अध्यक्ष समेत देशभर के उलमा शामिल रहें। इस दौरान मौलाना मुफ्ती अबुल कासिम ने कहा कि देश एक गुलदस्ते की मानिंद है। इसमें हर धर्म और वर्ग के लोग प्यार-मोहब्बत के साथ में रहते हैं। यहीं एकता और भाईचारा ही मुल्क को अलग बनाता है। इ बीच जमीयत उलमा-ए-हिंद पश्चिम बंगाल के अध्यक्ष और ममता सरकार में मंत्री मौलाना सिद्दीकउल्ला चौधरी ने जमीयत के इतिहास औऱ उसके उद्देश्य पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि मुल्क को बचाने में जमीयत ने कई बड़ी कुर्बानियां दी है। उन्होंने सभी से जमीयत के साथ मिलकर हिंदुस्तान के संविधान को बचाने के लिए काम करने की अपील की। 

शायरी के माध्यम से दिया सद्भाव का संदेश 
इस बीच प्रसिद्ध शायर डॉ. नवाज देवबंदी ने जमीयत उलमा-ए-हिंद के अधिवेशन में मंच से शायरी के माध्यम से सद्भाव का संदेश दिया। उन्होंने कहा कि मोहब्बत के चिरागों को जो आंधी से डराते हैं, उन्हें जाकर बता देना हम जुगनू बनाते हैं, ये दुनिया दो किनारों को कभी मिलने नहीं देती,  चलो दोनों किसी दरिया पे पुल बनाते हैं।

'ज्यादा दिन नहीं चलती नफरत का कारोबार करने वालों की दुकानें'
इस बीच जमीयत उलमा-ए-हिंद के अधिवेशन में राज्यसभा सांसद मौलाना महमूद गजनी ने कहा कि हमें मायूस होने की बिल्कुल भी जरूरत नहीं है। देश हमारा है और हमारे बुजुर्गों ने इस देश को आजाद कराने में अहम भूमिका अदा की है। देश में नफरत का कारोबार करने वालों की दुकानें ज्यादा दिन चलने वाली नहीं हैं। इस बीच मदनी ने इशारों ही इशारों में सरकार और आरएसएस पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि एकता और अखंड भारत की बात करने वाले वर्ग विशेष को परेशान कर रहे है। उन्होंने कहा कि नफरत का जवाब कभी भी नफरत नहीं हो सकता। हम नफरत का जवाब मोहम्मत से देने वाले लोग हैं। देश में फैल रही नफरत को मोहब्बत से बचाने की जरूरत है। हम नफरत का जवाब दे सकते हैं लेकिन देश का मुसलमान कभी ऐसा नहीं करेगा। 

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