अयोध्या को देश की सुंदरतम नगरी के रूप में जानी जाए इसको लेकर हर संभव प्रयास किया जा रहा है। विकास को लेकर हो रही निर्माण में कई अतिथि गृह भी बनाए जाएंगे। वहीं 40 हजार श्रद्धालुओं के लिए गेस्ट हाउस भी बनाया जाएगा।
अनुराग शुक्ला
अयोध्या: श्री राम जन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट का दावा है कि दिसंबर 2023 तक राम लला गर्भगृह में विराजमान हो जाएंगे। इसके बाद श्रद्धालु अपने आराध्य का दर्शन भव्य मंदिर में कर सकेंगे। जानकारों का मानना है मंदिर बनते ही श्रद्धालुओं और पर्यटकों की संख्या में खासा इजाफा होगा। इससे पहले योगी आदित्यनाथ की सरकार रामनगरी में विकास की योजनाओं को गति देने में जुटी है। जिससे भक्तो को किसी प्रकार की परेशानी का सामना न करना पड़े। नई आवासीय योजना के तहत पांच 5 स्टार होटल के साथ कई छोटे होटल और शॉपिंग मॉल बनाने की योजना है। इसके लिए कई होटल ग्रुप से बातचीत शुरू है। आवास विकास परिषद ने जमीनों को नीलामी के माध्यम से देने की योजना बनाई है।
1200 एकड़ में बनेगी नव्य अयोध्या 3 गांवों का होगा अधिग्रहण
योगी सरकार ने नव्य अयोध्या को गढ़ने का काम भी तेज कर दिया है। 1200 एकड़ में नव्य अयोध्या बनाई जानी है। आवास विभाग के अधिकारी कुछ माह में योजना को मूर्त रूप देने की बात कह रहे हैं। अधिकारी के मुताबिक इसके लिए तीन गांवों बरहटा ,मांझा शाहनेवाजपुर और तिहुरा मांझा की जमीनों का अधिग्रहण होना है। जिसमे अभी तक 73 प्रतिशत जमीन आपसी रजामंदी से ली जा चुकी है । अब दूसरे चरण में 611 एकड़ जमीन का अधिग्रहण होना है। इसके लिए जमीन और कास्तकारों से बातचीत शुरू कर दी गई है। आवास विकास विभाग के अधिशासी अभियंता ओपी पांडे के मुताबिक इसकी अधिसूचना भी जल्द जारी होने वाली है।
80 देशों के अतिथिगृह और 40 हजार श्रद्धालुओं के लिए बनेगा गेस्ट हाउस
अयोध्या देश की सुंदरतम नगरी के रूप में विख्यात हो इसके लिए हर संभव प्रयास किया जा रहा है। विश्व के ऐसे देश जहां भगवान राम को पूजा जाता है उनके लिए अतिथि गृह बनाएं जाने की योजना है। ऐसे लगभग 80 देशों को चिन्हित किया है। इसी के साथ 40 हजार श्रद्धालुओं के लिए भी गेस्ट हाउस बनाया जाएगा। बाहर के श्रद्धालु अयोध्या में आकर त्रेता युग का आनंद ले सकें इसके लिए भी कई सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित करने की योजना है।
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