यूपी के कुशीनगर में तुर्कपट्टी थाना क्षेत्र के बैरागी पट्टी गांव में बीते 11 नवंबर को मस्जिद में हुए विस्फोट में बड़ा खुलासा हुआ है। पुलिस ने मस्जिद में विस्फोटक पदार्थ होने की पुष्टि की है। हालांकि, ये लो ग्रेड विस्फोटक पदार्थ बताया जा रहा।
कुशीनगर (Uttar Pradesh). यूपी के कुशीनगर में बीते 11 नवंबर को मस्जिद में हुए विस्फोट में बड़ा खुलासा हुआ है। एटीएस, डाग स्क्वायड और फारेंसिक टीम द्वारा घटनास्थल की जांच में मस्जिद में विस्फोटक पदार्थ होने की पुष्टि हुई है। पुलिस ने मामले में 7 लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया है, जिनमें मस्जिद के मौलाना सहित 4 को गिरफ्तार कर लिया गया है।
क्या है पूरा मामला
11 नवंबर को तुर्कपट्टी थाना क्षेत्र के बैरागी पट्टी गांव में स्थित में अचानक तेज धमाका हुआ था। विस्फोट इतना तेज था कि मस्जिद के खिड़की-दरवाजे टूट गए थे और दीवारों में दरारें पड़ गईं थीं। धमाके के बाद मस्जिद के मौलाना अजमुद्दीन ने कहा था कि इन्वर्टर की बैट्री फटने से विस्फोट हुआ। डाग स्क्वायड और फारेंसिक टीम को भी जांच के लिए बुलाया गया था।
हथगोला बनाने की आशंका
मामले में एटीएस गोरखपुर, आइबी और एलआईयू कुशीनगर की टीम ने मस्जिद की बारीकी से छानबीन की। जिसके बाद ये बात सामने आई कि वहां विस्फोटक पदार्थ रखा था। हालांकि, ये लो ग्रेड का था। पुलिस अधीक्षक विनोद कुमार मिश्र ने बताया, आशंका है कि विस्फोटक पदार्थ को हथगोला बनाने के लिए मस्जिद में रखा गया था।
अप्रैल में मस्जिद में रखा गया था विस्फोटक पदार्थ
पुलिस अधीक्षक ने बताया, मामले में गांव के रहने वाले हाजी कुतबुद्दीन का नाम भी सामने आया है। बताया जा रहा है कि अप्रैल महीने में हाजी कुतबुद्दीन ने ही मस्जिद में विस्फोटक पदार्थ लाकर रखा था। विस्फोट होने के बाद से वो फरार है। वो पहले भी कई अपराधिक मामलों में शामिल रह चुका है। फिलहाल, एटीएस की टीम गिरफ्तार मौलवी से पूछताछ कर रही है।