पुलिस का शॉकिंग खुलासा: दुकान-ठेले की चाय तुरंत छोड़िए, ये ताजगी कम और कैंसर ज्यादा दे रही

बाजार में दुकानों पर खड़े होकर चाय पीते हैं, तो अपनी सेहत के वास्ते तुरंत छोड़ दीजिए। यूपी एसटीएफ ने चाय बेचने वाले एक गिरोह का भंडाफोड़ किया है, जो दुकान और ठेले वालों को ऐसी चाय बेच रहे थे, जिनसे कैंसर का खतरा अधिक है। 

Asianet News Hindi | Published : Aug 16, 2022 11:47 AM IST / Updated: Aug 16 2022, 07:16 PM IST

लखनऊ। बहुत से लोगों की दिन की शुरुआत ही चाय से होती है। सुबह बिस्तर से तभी उठेंगे, जब चाय सिरहाने पर आकर रख दी जाएगी। चाय का कप खाली होने के बाद ही उनके कदम जमीन पर पड़ेंगे। कई ऐसे भी हैं, जिन्हें दिनभर में कई बार चाय चाहिए। दफ्तर में हैं तो बार-बार ब्रेक लेकर चाय पीने के लिए बाहर जाएंगे और ठेले या दुकान की चाय पीएंगे। मगर यूपी पुलिस की मानें तो ये चाय आपको ताजगी कम और कैंसर जैसी घातक बीमारी ज्यादा दे रही है। 

उत्तर प्रदेश पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स यानी एसटीएफ ने कुछ लोगों को पकड़ा और उनसे पूछताछ की तो चौंकाने वाले खुलासे सामने आए। एसटीएफ टीम ने बताया कि उन्होंने मोहम्मद जैद, तबरेज और दाउद को गिरफ्तार किया और उनसे पूछताछ की तो पता चला कि वे नकली चायपत्ती बनाते हैं। यह चायपत्ती ऐसी होती है कि पांच-छह दिन बाद इसमें कीड़े लगने शुरू हो जाते थे, इसलिए वे घर में इस्तेमाल करने वालों को नहीं बेचते थे, क्योंकि इससे पोल खुलने का डर था। 

पुलिस और एक्सपर्ट भी नहीं समझ पा रहे क्या मिलाते थे इसमें 
उत्तर प्रदेश स्पेशल टास्क फोर्स के सर्कल ऑफिसर दीपक सिंह के अनुसार, ये चायपत्ती वे दुकान और ठेले वालों को ही बेचते थे, क्योंकि वहां रोज चाय की खपत हो जाती थी, मगर ये चायपत्ती असल में चायपत्ती नहीं होकर लकड़ी के बुरादे, खतरनाक रसायन, खतरनाक और जहरीले पौधों की पत्तियां तथा कुछ अन्य चीजों का मिश्रण होता था। ये ऐसी चीजें हैं, जिनके बारे में पुलिस भी नहीं समझ पा रही कि आखिर ये है क्या बला। इसकी जांच के लिए पौधों की पत्तियों को गवर्नमेंट लैब भेजा गया है। वहां से रिपोर्ट आने के बाद ही इसके बारे में बताया जा सकता है। 

यह चायपत्ती दुकान और ठेले पर चाय बनाने वालों को बेची जाती  
दीपक सिंह के मुताबिक, जब इन तीनों के बताए पते पर छापा मारा गया तो करीब चार सौ किलो नकली चायपत्ती और लगभग इतनी ही मात्रा में खतरनाक रसायन मिले हैं। इन्हें बेचने के जो सेल्समैन रखे गए थे, वे सिर्फ दुकान और ठेले वालों को ही बेचते थे, क्योंकि इस नकली चायपत्ती को अगर एक हफ्ते के लिए रख दिया जाए, तो इसमें कीड़े लग जाते थे। ऐसे में घरों में ये चाय पहुंचती तो दिक्कत हो सकती थी। 

हटके में खबरें और भी हैं..

Paytm के CEO विजयशेखर शर्मा ने कक्षा 10 में लिखी थी कविता, ट्विटर पर पोस्ट किया तो लोगों से मिले ऐसे रिएक्शन 

गुब्बारा बेचने वाले बच्चे और कुत्ते के बीच प्यार वाला वीडियो देखिए.. आप मुस्कुराएंगे और शायद रोएं भी 

ये नर्क की बिल्ली नहीं.. उससे भी बुरी चीज है, वायरल हो रहा खौफनाक वीडियो देखिए सब समझ जाएंगे 

Share this article
click me!