चंदौली में पिता ने अपनी ही बेटी का गला दबाकर की हत्या, झूठी कहानी का पोस्टमार्टम रिपोर्ट ने खोला पूरा सच

यूपी के चंदौली में पिता ने अपनी ही बेटी की गला दबाकर हत्या कर दी। इस पूरे मामले का खुलासा पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर हुआ। पिता ने बताया कि बेटी मानसिक रूप से बीमार थी और मजबूरी में उसने बेटी की हत्या की। 

Asianet News Hindi | Published : Oct 1, 2022 4:33 AM IST

चंदौली: मजबूरी के चलते कई बार माता-पिता ऐसी घटनाओं को अंजाम दे देते हैं जिसके चलते हर कोई हैरान हो जाता है। इसा ही मामला  हुदहुदीपुर गांव से सामने आया है। यहां के रहने वाले मनोज कुमार सिंह ने खुद अपनी ही बेटी मोनी सिंह की गला घोंटकर हत्या कर दी। 16 वर्षीय बेटी की हत्या के बाद 14 सितंबर को इस घटना को उन्होंने आत्महत्या बताया था। हालांकि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में गला दबाने से मौत की पुष्टि हुई। मामले में पुलिस ने छानबीन शुरू की तो चौंकाने वाला सच सामने आया। पिता ने बताया कि बेटी मानसिक रूप से बीमार थी। भागदौड़ से परेशान होकर उसका गला दबाकर हत्या की गई है।

पोस्टमार्टम रिपोर्ट में सामने आया चौंकाने वाला सच
मामले को लेकर बलुआ इंस्पेक्टर राजीव सिंह ने बताया कि 14 सितंबर को थाना क्षेत्र के हुदहुदीपुर गांव के कुछ लोगों ने एसपी अंकुर अग्रवाल को फोन कर किसी किशोरी की मौत की सूचना दी थी। इसके बाद बलुआ पुलिस मौके पर पहुंच गई। उस समय मोनी का शव वहां पर पड़ा हुआ था। पिता मनोज कुमार सिंह के द्वारा जानकारी दी गई कि किशोरी ने बाथरूम में कुंडी के सहारे आत्महत्या की है। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में जो भी सामने आया वह काफी चौंकाने वाला था। डॉक्टरों के द्वारा जानकारी दी गई कि किशोरी की मौत आत्महत्या से नहीं बल्कि गला दबाने की वजह से हुई है। मामले में पुलिस का शक गहराया तो आगे की जांच शुरू हुई।

चौकी इंचार्ज की तहरीर पर दर्ज हुआ मुकदमा
इस पूरे मामले में कोई भी शख्स आने के लिए तैयार नहीं था। इस प्रकरण में चौकी इंचार्ज शिवमणि तिवारी की तहरीर पर मुकदमा दर्ज किया गया। इंस्पेक्टर राजीव सिंह के द्वारा मामले में विवेचना की गई। इसके बाद पुलिस ने आरोपी पिता मनोज सिंह को गिरफ्तार किया। पूछताछ में अभियुक्त ने अपना जुर्म स्वीकार करते हुए कहा कि पुत्र की मानसिक हालत ठीक नहीं थी। वह इलाज करवाते-करवाते परेशान हो गए थे। वह लगातार इधर-इधर भागती थी। इसी के चलते वह हमेशा परेशान रहता था। 

आधी रात को सीएम आवास पर आया फोन, वाराणसी कोर्ट परिसर को बम से उड़ाने की दी गई धमकी

Share this article
click me!