आर्केस्ट्रा संचालक गोरखपुर से दो नाबालिग लड़कियों को बहलाफुसला कर अपने साथ काम करने के लिए ले गया था। जिसके बाद वह बच्चियों को प्रताड़ित करता था। बच्चियां मदद के लिए एसएसबी कैंप पहुंच गई हैं। पुलिस ने बताया कि मामले कि जांच की जा रही है।
गोरखपुर: उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जनपद से एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। आर्केस्ट्रा संचालक के चुंगल से किसी तरह बच कर दो नाबालिग लड़कियां मदद के लिए नरकटियागंज (बिहार) एसएसबी कैंप पहुंच गईं। उन्होंने मुसहरवा गांव निवासी और आर्केस्ट्रा संचालक मुकेश पटेल पर आरोप लगाते हुए कहा कि वह उनको प्रताड़ित करता है। चाइल्ड लाइन के जरिए दोनों नाबालिग लड़कियों को शिकारपुर पुलिस को सौंप दिया गया। चाइल्ड लाइन की अर्चना कुमारी ने नाबालिग लड़कियों की शिकायत के आधार पर शिकारपुर थाने में प्राथमिकी दर्ज करवाई है।
नाबालिग बच्चियों ने लगाए गंभीर आरोप
अर्चना कुमारी ने मामले पर जानकारी देते हुए बताया कि एसएसबी कैंप से चाइल्ड लाइन की टीम को फोन किया गया था। एसएसबी के सब इंस्पेक्टर नीतीश कुमार ने चाइल्ड लाइन की टीम को सूचना दी कि कैंप में दो बच्चियां घबराई पहुंची हैं और वह मदद के लिए बोल रही हैं। जिसके बाद सूचना मिलने पर चाइल्ड लाइन की टीम कैंप पहुंची और लड़कियों से मामले पर पूछताछ करने लगी। पूछताछ के दौरान लड़कियों ने बताया कि बीते 9 अगस्त को आर्केस्ट्रा संचालक मुकेश पटेल उन दोनों को गोरखपुर से बहला-फुसला कर आर्केस्ट्रा में काम करने के लिए लेकर आय़ा था।
मदद के लिए एसएसबी कैंप पहुंची नाबालिग
बच्चियों ने बताया कि वह उन दोनों को दिउलिया में एक किराए के मकान में रखकर अश्लील गानों पर डांस करवाता था। इतना ही नहीं लड़कियों ने आगे बताया कि आरोपी मुकेश पटेल उन दोनों पर गलत काम करने के लिए भी दबाव बनाता था। बच्चियों द्वारा विरोध किए जाने पर वह उन्हें प्रताड़ित करता था और उनको बेरहमी से मारता था। इस घटना से परेशान होकर लड़कियां मौका देखकर वहां से दो किलोमीटर दूर एसएसबी कैंप में मदद के लिए पहुंच गई। थानाध्यक्ष अजय कुमार ने मामले पर जानकारी देते हुए बताया कि नाबालिग बच्चियों के स्वजनों को मामले की सूचना दे दी गई है। जांच के बाद दोनों को बाल सुधार गृह भेज दिया जाएगा।