लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े इनामुल ने रिमांड में किए कई खुलासे, इंटरनेट कॉल के जरिए होता था आतंकियों से संपर्क

एटीएस की रिमांड के दौरान इनामुल ने कई खुलासे किए हैं। इनामुल की चैट को भी रिकवर कर लिया गया है जिससे कई अहम सुराग मिले हैं। वह मैसेंजर और व्हाट्सऐप के जरिए पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेशी आतंकियों के संपर्क में था। 
 

Asianet News Hindi | Published : Mar 18, 2022 3:31 AM IST

सहारनपुर: उत्तर प्रदेश में सहारनपुर एटीएस द्वारा देवबंद से पकड़े गए लश्कर-ए-ताइबा से जुड़े आतंकी ने कई खुलासे किए हैं। आतंकी ने यह खुलासे रिमांड के दौरान किए हैं। इसी के साथ एटीएस ने इनामुल की डिलीट चैट को भी रिकवर कर लिया है। चैट रिकवर होने के साथ ही पता लगा है कि आरोपी आतंकियों से बात करता था। पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश के भी आतंकी उसके संपर्क में थे। आरोपी लैपटॉप से इंटरनेट कॉल करता था। फिलहाल एटीएस उसे भी रिकवर करने के प्रयास में लगी हुई है। 

ज्ञात हो कि एटीएस की ओर से कोर्ट के आदेश पर इनामुल को 5 दिन की रिमांड पर लिया गया था। सूत्रों की मानें तो इनामुल आतंकियों से सोशल मीडिया अकाउंट के जरिए जुड़ा हुआ था। मैसेंजर और व्हाट्सऐप के जरिए ही वह पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेशी आतंकियों के संपर्क में था। 

ट्रेनिंग के लिए जाना चाहता था पाकिस्तान 
इनामुल जिहाद के लिए अन्य युवाओं को भी प्रेरित करने का काम करता था। इतना ही नहीं वह ट्रेनिंग के लिए पाकिस्तान भी जाना चाहता था। लेकिन इस बीच वह एटीएस के हत्थे आ गया। मामले को लेकर वरिष्ठ अधिकारियों का कहना है कि एटीएस उससे अपने स्तर पर पूछताछ कर रही है। 

स्लीपर सेल तैयार करने का था जिम्मा
मीडिया रिपोर्टस के अनुसार लश्कर-ए-ताइबा द्वारा इनामुल से वेस्ट यूपी में स्लीपर सेल को तैयार करने के लिए कहा गया था। इसी के साथ उसे पाकिस्तान बुलाकर ट्रेनिंग और हथियार भी मुहैया करवाए जाने थे। इन सभी बातों का खुलासा रिकवर हुई चैट के जरिए ही हो रहा है। वहीं इसके साथ ही एटीएस उस संदिग्ध की तलाश भी सरगर्मी से कर रही है जो इनामुल के साथ शामिल था और आतंकियों के साथ में था।

यह था पूरा मामला 
गौरतलब है कि एटीएस की ओर से शनिवार को तीन संदिग्ध युवकों को देवबंद से पकड़ा गया। जिसके बाद एटीएस ने खुलासा करते हुए जानकारी दी कि इनामुल हक सोशल मीडिया के माध्यम से राष्ट्र विरोधी गतिविधियों में संलिप्त है। वह देश के धार्मिक स्थानों पर विस्फोट आदि को अंजाम देने के प्रयासों में लगा है। 

योगी आदित्यनाथ से मुलाकात के लिए पैदल जयपुर से चलकर गोरखनाथ मंदिर पहुंचे मामचंद, जानिए क्यों है यह दीवानगी

Share this article
click me!