Inside Story:बिठूर सीट में पुराने प्रतिद्वंदी आए आमने-सामने, त्रिकोणीय होगा मुकाबला

कानपुर की बिठूर विधानसभा सीट क्षेत्रफल की दृष्टी से सबसे बड़ी है। इस सीट का मुकाबला बड़ा ही रोचक होने वाला है। सियासी गलियारों में लंबे समय से चर्चा चल रही थी कि बिठूर से बीजेपी विधायक अभिजीत सिंह सांगा की टिकट कट जाएगी। अभिजीत सिंह सांगा का क्षेत्र में विरोध है। लेकिन बीजेपी ने एक बार फिर से अभिजीत सांगा पर भरोसा जताया है। एसपी ने पूर्व विधायक मनींद्र शुक्ला पर दांव लगाया है। मुनींद्र शुक्ला ने 2012 के विधानसभा चुनाव में शानदार जीत दर्ज की थी।

Asianet News Hindi | Published : Jan 25, 2022 1:50 PM IST

सुमित शर्मा
कानपुर:
यूपी विधानसभा चुनाव के तीसरे चरण के लिए नामांकन प्रक्रिया शुरू हो गई है। विधानसभा चुनाव में कई ऐसी सीटें हैं, जिसमें पुराने प्रतिद्वंदी एक बार फिर से आमने-सामने हैं। कानपुर की बिठूर विधानसभा सीट से एसपी ने मुनींद्र शुक्ला तो बीजेपी ने वर्तमान विधायक अभिजीत सांगा पर दांव लगाया है। वहीं बीएसपी ने पूर्व ब्लॉक प्रमुख रमेश यादव को मैदान में उतारा है। कानपुर की बिठूर विधानसभा सीट में त्रिकोणीय मुकाबला देखने को मिल रहा है। एसपी प्रत्याशी ने मुनींद्र शुक्ला ने मंगलवार को नामांकन दाखिल किया है।

कानपुर की बिठूर विधानसभा सीट क्षेत्रफल की दृष्टी से सबसे बड़ी है। इस सीट का मुकाबला बड़ा ही रोचक होने वाला है। सियासी गलियारों में लंबे समय से चर्चा चल रही थी कि बिठूर से बीजेपी विधायक अभिजीत सिंह सांगा की टिकट कट जाएगी। अभिजीत सिंह सांगा का क्षेत्र में विरोध है। लेकिन बीजेपी ने एक बार फिर से अभिजीत सांगा पर भरोसा जताया है। एसपी ने पूर्व विधायक मनींद्र शुक्ला पर दांव लगाया है। मुनींद्र शुक्ला ने 2012 के विधानसभा चुनाव में शानदार जीत दर्ज की थी।

बड़े अंतराल से जीते थे सांगा
विधानसभा चुनाव 2017 में एसपी के मुनींद्र शुक्ला और बीजेपी से अभिजीत सिंह सांगा आमने-सामने थे। अभिजीत सिंह सांगा ने मुनींद शुक्ला को 58,987 वोटों के बड़े अंतराल से हराया था। बीजेपी के अभिजीत सिंह सांगा के 1,13,289 वोट मिले थे, वहीं एसपी के मुनींद्र शुक्ला को 54,302 वोट मिले थे। विधानसभा चुनाव 2022 में एक बार फिर से पुराने प्रतिद्वंदी आमने-सामने हैं।

बीएसपी सुप्रीमों के करीबी हैं रमेश यादव
बिठूर विधानसभा सीट से बीएसपी सुप्रीमों मायावती ने अपने करीबी रमेश यादव को मैदान में उतारा है। रमेश यादव बीएसपी से बिधनू ब्लॉक से ब्लॉक प्रमुख रह चुके हैं। इसके बाद इनकी पत्नी शशि यादव भी ब्लॉक प्रमुख रह चुकी हैं। बीएसपी ने बिठूर विधानसभा सीट से ओबीसी कार्ड खेला है। बीएसपी इस सीट पर बीजेपी का बड़ा नुकसान कर सकती है। रमेश यादव को जाना-माना चेहरा माना जाता है। वहीं कांग्रेस ने अभी अपने पत्ते नहीं खोले हैं।

बिठूर विधानसभा सीट का चुनाव क्षत्रीय बनाम ब्राह्मण होने वाला है। बिठूर सीट पर बड़ी संख्या में क्षत्रीय और ब्राह्मण वोटर हैं। बीजेपी विधायक अभिजीत सिंह सांगा के पिछले दिनों दिए गए बयान सुर्खियों में रहे हैं। एक खास समुदाय के लिए दिए गए बयानों की लोगों में आक्रोश है।

मुनींद्र शुक्ला ने किया नामाकंन
एसपी प्रत्याशी मुनींद्र शुक्ला ने मंगलवार को नामाकंन किया है। मुनींद्र शुक्ला बड़ी संख्या में अपने समर्थकों के साथ एसडीएम सदर कोर्ट पहुंचे थे। इस दौरान मुनींद्र कोविड प्रोटोकॉल की गाइड लाइन को भी भूल गए। चुनाव आचार सहिंता की भी धज्जियां भी उड़ाईं गईं। पुलिस ने जब मुनींद्र शुक्ला के समर्थकों को रोकने का प्रयास किया, तो पुलिस से झड़प हो गई।

बिठूर विधानसभा पर जातिगत आकड़े
बिठूर विधानसभा सीट से अभिजीत सिंह सांगा विधायक हैं। इस सीट पर क्षत्रीय वोटरों की संख्या 47 हजार है। जाटव वोटरों की संख्या 46 हजार है, यादव वोटरों की संख्या 40 हजार, कुशवाहा वोटरों की संख्या 36 हजार है। ब्राह्मण वोटर 32 हजार, मुस्लिम 23 हजार, पासी वोटरों की संख्या 21 है। 

Share this article
click me!