Lakhimpur Kheri Violence Updates: मृतकों के परिवार को 45 लाख और नौकरी, न्यायिक जांच होगी, किसानों से समझौता
लखीमपुर खीरी में रविवार को किसानों के प्रदर्शन के दौरान हुए हादसे और उसके बाद हिंसा में चार किसानों समेत 9 लोगों की मौत हो गई थी। आरोप है कि केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा के बेटे आशीष की गाड़ी ने किसानों को रौंद दिया था। जिसके बाद भीड़ उग्र हो गई।
Asianet News Hindi | Published : Oct 4, 2021 5:56 AM IST / Updated: Oct 04 2021, 10:59 PM IST
लखनऊ। लखीमपुर खीरी हिंसा मामले में देशभर से विरोध-प्रदर्शन की खबरें आ रही हैं। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ सोमवार सुबह से ही सियासत का अखाड़ा बन गई है। यहां से विभिन्न राजनीतिक दलों के नेता लखीमपुर खीरी के लिए कूच कर रहे हैं। पुलिस ने प्रमुख नेताओं के घर के बाहर फोर्स तैनात कर दिया है। किसी को बाहर नहीं निकलने दिया जा रहा है। जानिए, पूरे घटनाक्रम से जुड़े हर अपडेट्स....
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अखिलेश यादव को 6 घंटे की कस्टडी के बाद रिहा कर दिया गया। उन्हें इको गार्डन में रखा गया था। अखिलेश को सुबह आवास के सामने से हिरासत में लिया गया था।
4 अक्तूबर से 31 दिसंबर तक पूरे लखीमपुर खीरी जिले में धारा 144 लागू। बिना इजाजत धरना-प्रदर्शन पर पूरी तरह पाबंदी।
केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा का बड़ा बयान, कहा- राकेश टिकैत के साथ जो आंदोलन कर रहे हैं वह किसान नहीं हैं। 99% किसान कृषि कानून के पक्ष में हैं। जबकि 1% का राकेश टिकैत नेतृत्व कर रहे हैं।
दिल्ली में रॉबर्ट वाड्रा ने कहा कि प्रियंका गांधी किसी से डरेंगी नहीं। हम सब घबराए हुए हैं। उनके साथ जो हुआ है, उससे मेरा बेटा-बेटी भी डर गए थे। आप महिला सुरक्षा की बात करते हैं लेकिन जिस तरीके से महिला के साथ बर्ताव कर रहे हैं वो ठीक नहीं है। योगी सरकार ने पंजाब के मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री को यूपी आने की अनुमति नहीं दी। पंजाब सरकार ने चॉपर उतरने के लिए अनुमति मांगी थी। इस पर यूपी सरकार ने कहा-‘लखीमपुर खीरी में 144 लागू है। ऐसे में किसी के दौरे की इजाजत नहीं दी जा सकती।’
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा- ‘मेरी समझ के परे है कि ये यूपी की पुलिस, प्रशासन और सरकार विपक्षी नेताओं को क्यों रोकती है? ऐसा नहीं होना चाहिए। राजस्थान में जब कभी भी कोई घटना हुई है तो हमने कभी किसी को नहीं रोका क्योंकि विपक्ष के जाने से हो सकता है कि और सच्चाई सामने आ जाए।’
प्रियंका गांधी सीतापुर में हिरासत में है। यहां उन्होंने कहा- महिला और पुरुष पुलिसवालों ने उनकी गाड़ी को घेरा था। मैंने अरेस्ट वॉरंट मांगा तो नहीं दिया। मैं लखनऊ में प्रदेश कार्यालय गई और मीडिया से बात करना चाहती थी, लेकिन पुलिस का बर्ताव देखने के बाद मुझे लगा कि लखीमपुर जाना चाहिए। प्रियंका का कहना था कि जब वह हाथरस जाना चाह रही थी तब भी ऐसे ही रोका गया था और कहा गया कि हालात बिगड़ सकते हैं। जब से यह सरकार आई है, ये आवाज नहीं उठाने देती और बहाने बना देती है।
गृह मंत्रालय की तरफ से बताया गया है कि RAF और SSB की दो कंपनियां फिलहाल 6 अक्टूबर तक लखीमपुर खीरी में तैनात रहेंगी। यहां माहौल ठीक होने के बाद सुरक्षाबल वापस लौटेगा।
चंडीगढ़ में राज्यपाल भवन के बाहर प्रदर्शन कर रहे नवजोत सिंह सिद्धू और उनके समर्थकों को अरेस्ट कर लिया गया है।
लखीमपुर खीरी में सरकार और किसानों के बीच लंबी बातचीत हुई। इसमें समझौता हो गया। सरकार सभी 4 मरने वाले किसानों के परिवार को 45-45 लाख रुपए देगी। जबकि घायलों को 10-10 लाख रुपए मिलेंगे। हाईकोर्ट के रिटायर्ड जज मामले की जांच करेंगे। इसके अलावा परिवार के 1 सदस्य को सरकारी नौकरी मिलेगी।
ADG (कानून-व्यवस्था) प्रशांत कुमार ने यह भी बताया कि सीआरपीसी की धारा 144 लागू होने के कारण राजनीतिक दलों के नेताओं को जिले का दौरा नहीं करने दिया गया है। उन्होंने कहा कि किसान संगठनों के सदस्यों को यहां आने की अनुमति है।
केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा का भी बयान आया। उन्होंने कहा- मैं मांग करता हूं कि कल मारे गए प्रत्येक भाजपा कार्यकर्ता के परिवारों को 50 लाख रुपए दिए जाएं। मामले की या तो सीबीआई, एसआईटी या किसी मौजूदा/ रिटायर्ड जज से जांच कराकर दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। मिश्रा का कहना था कि भाजपा कार्यकर्ताओं पर लाठियों और तलवारों से हमला किया गया और उनकी हत्या कर दी गई। वीडियो में दिख रहा है कि कुछ हमलावरों ने हमारे कार्यकर्ताओं से यह कहने को कहा कि मैंने उनसे किसानों को कुचलने के लिए कहा था। मेरे बेटे पर लगाए आरोप पूरी तरह से निराधार हैं। अगर वह वहां होता तो उसकी हत्या कर दी जाती।
पंजाब कांग्रेस के निवर्तमान अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू, कांग्रेस विधायक और अन्य नेता आज चंडीगढ़ में राज्यपाल दफ्तर के बाहर प्रदर्शन करेंगे। इनकी मांग है कि मामले में आरोपी मंत्री के बेटे को गिरफ्तार किया जाए। इसके अलावा हरियाणा सीएम के बयान और प्रियंका गांधी को हिरासत में लिए जाने पर भी आपत्ति जताई है।
पंजाब से आम आदमी पार्टी का डेलीगेशन नेता विपक्ष हरपाल सिंह चीमा की अगुवाई में दोपहर 3 बजे लखीमपुर खीरी के लिए निकलेगा। इसमें पंजाब मामलों के सहप्रभारी राघव चड्ढा, विधायक कुलतार सिंह, संधवां से विधायक प्रो बलजिंद्र कौर शामिल होंगे।
पुलिस ने हिंसा के बाद वायरल होने वाले वीडियो से 24 लोगों की पहचान की है। साथ ही सात लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है।
पुलिस ने केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी के बेटे आशीष मिश्रा समेत 14 लोगों के खिलाफ हत्या, आपराधिक साजिश और बलवा समेत कई धाराओं में एफआईआर दर्ज की है।
सीतापुर में हिरासत में ली गईं प्रियका गांधी को PAC गेस्ट हाउस में रखा गया है। वहां वे झाड़ू लगाकर संदेश देती दिखीं। प्रियंका कमरे में झाड़ू लगा रही हैं। इसकी तस्वीरें और वीडियो सामने आया है।
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भीम आर्मी के चंद्रशेखर दोपहर में लखीमपुर खीरी पहुंच गए। उन्होंने कहा कि 3 घंटे के लिए गिरफ्तार किया गया था। इसके बावजूद मैं यहां पर पहुंचा गया हूं।
लखीमपुर की घटना को लेकर नेशनल कांफ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला ने ट्वीट किया। उन्होंने कहा- उत्तर प्रदेश 'नया जम्मू-कश्मीर' है।
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा- लखीमपुर में जिस प्रकार किसानों को रौंदा गया, ये उनकी मानसिकता है कि वो बता रहे हैं कि हमारा विरोध करोगे तो हम इसी तरह से कुचल देंगे। ये मानसिकता पूरे देश के लिए खतरनाक है, इससे पूरा देश आंदोलित हुआ है।
अखिलेश यादव ने कहा- इतना जुल्म अंग्रेजों ने भी नहीं किया जितना BJP की सरकार किसानों पर कर रही है। केंद्रीय गृह राज्य मंत्री को इस्तीफा देना चाहिए और जिन उपमुख्यमंत्री का कार्यक्रम था उन्हें भी इस्तीफा देना चाहिए। जिन किसानों की जान गई है उन्हें 2 करोड़ रुपए की मदद हो, परिवार की सरकारी नौकरी हो। जिन्होंने गाड़ी चढ़ाई है उन्हें धारा 302 में तत्काल जेल भेजना चाहिए। सरकार हिटलरशाही का समय याद दिला रही है कि अगर आप उनसे सहमत नहीं हो तो गाड़ी चढ़ा दी जाएगी या पुलिस से गोली मरवा दी जाएगी।
रविवार को हिंसक झड़प में स्थानीय पत्रकार रमन कश्यप की भी मौत हो गई। वे घटना की कवरेज के दौरान घायल हुए थे। रमन निघासन क्षेत्र के रहने वाले थे। हिंसा में अब तक चार किसान, एक पत्रकार, तीन भाजपा कार्यकर्ता और एक गाड़ी के ड्राइवर समेत 9 लोगों की मौत हो चुकी है।
गुजरात में कांग्रेस नेता हार्दिक पटेल ने यूपी सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने वीडियो जारी किया और कहा- 'भाजपा खूनी और डरपोक है। आज जो किसानों के साथ हुआ है, शायद कल तुम्हारे साथ भी हो सकता हैं। एक ट्वीट में कहा- कल किसानों की हत्या कर दी और आज प्रियंका गांधी को बिना किसी वॉरंट अरेस्ट कर लिया। अब यूपी की जनता को तय करना है कि अगले चुनाव में भाजपा को सत्ता से उतारना है या नहीं ! जो किसान देश को खाना खिलाता है उसी किसानों को भाजपा का केंद्रीय मंत्री अपनी गाड़ी के नीचे रौंद कर मार देता हैं।
लखीमपुर खीरी में पुलिस-प्रशासन और किसानों के बीच बातचीत शुरू हो गई है। आईजी लखनऊ लक्ष्मी सिंह मरने वाले किसानों के परिवारों से बात कर रही हैं। मीटिंग में किसान नेता राकेश टिकैत भी पहुंच गए हैं। घटनास्थल पर किसान शवों के साथ प्रदर्शन किया जा रहा है।
लखनऊ में सुबह सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव को रोका गया तो वे सड़क पर ही धरने पर बैठ गए। इसके बाद उनको हिरासत में लिया गया। इससे पहले कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी, आप नेता संजय सिंह, भीम आर्मी के नेता चंद्रशेखर, बसपा नेता सतीश मिश्रा को हिरासत में लिया गया था।
लखनऊ में गौतमपल्ली थाने के सामने खड़ी पुलिस की गाड़ी को फूंक दिया गया। यहां से थोड़ी ही दूरी पर अखिलेश यादव समर्थकों समेत धरने पर बैठे थे। हालांकि, सपा कार्यकर्ताओं का आरोप है कि पुलिसवालों ने ही उस गाड़ी को आग लगाई है। अखिलेश ने भी कहा कि थाने के सामने पुलिस की जो गाड़ी जली है, उसको पुलिस ने ही जलाया है। ऐसा आंदोलन को कमजोर करने के लिए किया जा रहा है। अखिलेश का कहना था कि अगर हमें लखीमपुर नहीं जाने दिया जाएगा तो हम लोग यहीं (लखनऊ) धरने पर बैठकर सत्याग्रह करेंगे और तब तक बैठे रहेंगे, जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होतीं।
राष्ट्रीय लोक दल के नेता जयंत चौधरी ने पुलिस बेरिकेडिंग तोड़ दी है। अब वे लखीमपुर खीरी के लिए आगे रवाना हो गए हैं। पुलिस ने जयंत को रोकने की कोशिश की थी, मगर कार्यकर्ताओं ने हापुड़ के ब्रजघाट टोल प्लाजा पर धक्का मुक्की कर दी। इसके बाद जयंत की गाड़ी को आगे की तरफ निकाल दिया।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने बहन प्रियंका गांधी के समर्थन में ट्वीट किया। लिखा- 'प्रियंका, मैं जानता हूं तुम पीछे नहीं हटोगी। तुम्हारी हिम्मत से वे डर गए हैं। न्याय की इस अहिंसक लड़ाई में हम देश के अन्नदाता को जिता कर रहेंगे।
प्रसपा नेता शिवपाल यादव लखीमपुर खीरी जाने के लिए निकले थे, लेकिन उनको इंजीनियरिंग कॉलेज, जानकीपुरम में प्रशासन ने रोक लिया। शिवपाल को अब उनके कार्यकर्ताओं समेत हिरासत में ले लिया गया है।
किसानों के प्रदर्शन को देखते हुए पुलिस ने दिल्ली-एनसीआर में कई जगह बैरिकेडिंग कर दी है। इसकी वजह से जगह-जगह जाम लग गया है। नोएडा से दिल्ली जाने वाले मार्ग पर 4 से 5 किलोमीटर लंबा जाम लगा है। डीएनडी से दिल्ली से नोएडा आते हुए यह भीषण जाम लगा है। इसके अलावा, दिल्ली से नोएडा जाने वाली गाड़ियों की चेकिंग हो रही है।
यूपी सरकार ने पंजाब के मुख्य सचिव को पत्र लिखकर राज्य से किसी को भी लखीमपुर खीरी नहीं जाने देने का अनुरोध किया। बता दें कि पंजाब से डिप्टी सीएम सुखजिंदर सिंह रंधावा ने लखीमपुर खीरी जाने का ऐलान किया था। इसके अलावा, बड़ी संख्या में किसान नेताओं के आने का भी इनपुट है।
लखीमपुर खीरी मामले में संयुक्त किसान मोर्चा ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को पत्र लिखा है। इसमें गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा को हटाने और उनके बेटे आशीष पर धारा 302 के तहत केस दर्ज करने की मांग की। साथ ही जांच के लिए SIT के गठन की मांग रखी। इसके अलावा, हरियाणा सीएम मनोहर लाल खट्टर पर हिंसा को भड़काने का आरोप लगाया। कहा- उनको सीएम पद से हटाया जाना चाहिए।
हरियाणा के अंबाला में किसानों ने प्रदर्शन कर रहे हैं। वहां पीएम मोदी का पुतला फूंकने की तैयारी करने की खबरें हैं। इसके साथ ही उपायुक्त कार्यालय का घेराव भी किए जाने की योजना है।
BJP सांसद वरुण गांधी ने CM योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखा है। इसमें उन्होंने कहा कि किसानों की मौत के मामले में दोषी लोगों पर 302 के तहत केस दर्ज होना चाहिए। एक-एक करोड़ रुपए मुआवजा और जांच CBI से करानी चाहिए।
कांग्रेस नेता आरपीएन सिंह ने प्रियंका गांधी के समर्थन में ट्वीट किया। कहा- 'किसानों से जिस तरह का बर्ताव किया जा रहा है वह अक्षम्य है। किसानों की आवाज सरकार सुन नहीं रही है। क्रूरता की सारी हदें पार करते हुए किसानों को गाड़ियों से रौंदा जा रहा है। बेलगाम यूपी पुलिस अगर प्रियंका गांधी को रोकने के बजाय उन गुंडों को रोकती तो कल अन्नदाता शहीद नहीं होते।
AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने ट्वीट कर सरकार पर निशाना साधा। कहा- योगी राज में कानून व्यवस्था पूरी तरह दम तोड़ चुकी है। लखीमपुर खीरी कांड इसका ठोस सबूत है। 8 लोगों की जान जा चुकी है, इसकी जिम्मेदारी सिफ सरकार पर आयद होती है। हादसे में कथित तौर पर एक केंद्रीय मंत्री के बेटे शामिल थे, इस वजह से जांच की निष्पक्षता पर सवाल उठ सकते हैं, इसीलिए हमारी मांग है कि न्यायिक जांच हो, आठों परिवारों को मुआवजा दिया जाए। तीनों कृषि कानून रदद् किए जाएं।