सार
लखीमपुर खीरी हिंसा मामले में भाजपा सांसद वरुण गांधी ने ये पत्र मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को भेजा है। उन्होंने किसानों के समर्थन में तमाम मांगें रखीं और न्याय दिलाने की अपील की। एक दिन पहले केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी के बेटे की गाड़ी ने किसानों को रौंद दिया था। घटना के बाद 4 किसानों समेत 8 लोगों की मौत हो गई थी।
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में हिंसा (Lakhimpur Kheri violence) के मद्देनजर योगी सरकार (Yogi Government) अलर्ट मोड में आ गई है। प्रशासन ने हालात पर काबू पाने के लिए मौके पर बड़े अफसरों को भेजा है। विपक्षी दलों के नेताओं को जाने से रोका जा रहा है। किसानों की शिकायत पर केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनू (Ajay Mishra Tenu) और उनके बेटे आशीष (Ashish Mishra Tenu) के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है। मगर, भाजपा सांसद वरुण गांधी (BJP MP Varun Gandhi) ने विपक्ष को हमलावर होने के लिए हवा दे दी है। उन्होंने सोमवार सुबह मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) को एक पत्र भेजा है। इसमें कहा है कि पूरे मामले की सीबीआई (CBI) जांच कराई जाए। किसानों के साथ धैर्य और संयम से बर्ताव किया जाएगा। उनकी समस्याओं का तुरंत निराकरण किया जाए। पढ़िए और क्या-क्या लिखा है वरुण गांधी गांधी ने पत्र में...
‘3 अक्टूबर को लखीमपुर खीरी में विरोध प्रदर्शन कर रहे किसानों को निर्दयतापूर्वक कुचलने की जो हृदय विदारक घटना हुई है, उससे सारे देश के नागरिकों में एक पीड़ा और रोष है। इस घटना से एक दिन पहले ही देश ने अंहिसा के पुजारी महात्मा गांधी जी की जयंती मनाई थी। अगले ही दिन लखीमपुर खीरी में हमारे अन्नदाताओं की जिस घटनाक्रम में हत्या की गई वह किसी भी सभ्य समाज में अक्षम्य हैं। आंदोलनकारी किसान भाई हमारे अपने नागरिक हैं। यदि कुछ मुद्दों को लेकर किसान भाई पीड़ित हैं और अपने लोकतांत्रिक अधिकारों के तहत विरोध प्रर्दशन कर रहें हैं तो हमें उनके साथ बड़े ही संयम एवं धैर्य के साथ बर्ताव करना चाहिए। हमें हर हाल में अपने किसानों के साथ केवल और केवल गांधीवादी व लोकतांत्रिक तरीके से कानून के दायरे में ही संवेदनशीलता के साथ पेश आना चाहिए। इस घटना में शहीद हुए किसान भाइयों को श्रद्धांजलि देते हुए मैं उनके परिजनों के प्रति अपनी शोक संवेदनाएं प्रकट करता हूं। मेरा आपसे निवेदन है कि इस घटना में संलिप्त तमाम संदिग्धों को तत्काल चिन्हित कर आईपीसी की धारा 302 के तहत हत्या का मुकदमा कायम कर सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए। इस विषय में आदरणीय सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में सीबीआई द्वारा समयबद्ध सीमा में जांच करवाकर दोषियों को सजा दिलवाना ज्यादा उपयुक्त होगा। इसके अलावा पीड़ित परिवारों को एक-एक करोड़ रुपए का मुआवजा भी दिया जाए। कृपया यह भी सुनिश्चित करने का कष्ट करें कि भविष्य में किसानों के साथ इस प्रकार का कोई भी अन्याय या अन्य ज्यादती ना हो। आशा है इस घटना की गंभीरता को देखते हुए आप मेरे निवेदन पर तत्काल कार्यवाही करने का कष्ट करेंगे।
- धन्यवाद। वरुण गांधी’
ये है मामला
उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य का रविवार को लखीमपुर खीरी के तिकोनिया इलाके में दौरा था। वे यहां कई योजनाओं का शिलान्यास करने आए थे। उनके साथ केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टूने भी थे। किसान मिश्रा के 8 दिन पहले के बयान से नाराज चल रहे थे। इसी लेकर विरोध-प्रदर्शन करने पहुंच गए। इसी बीच, मंत्री मिश्रा के बेटे की गाड़ी ने किसानों को रौंद दिया। इससे हिंसा भड़की गई और चार किसानों समेत आठ लोगों की मौत हो गई। यह घटना तिकोनिया-बनबीरपुर मार्ग पर हुई। नाराज किसानों ने वाहनों में आग लगा दी। किसान डिप्टी सीएम मौर्य के बनबीरपुर दौरे का विरोध कर रहे थे जो केंद्रीय गृह राज्य मंत्री और खीरी से सांसद अजय कुमार मिश्रा का पैतृक गांव है।