यूपी के जिले गोंडा जिले में जिलाधिकारी आवास के आसपास तेंदुआ देखे जाने से हड़कंप मच गया है। इसके पहले भी तेंदुए को देखा गया था। एक बार फिर तेंदुआ देखे जाने से जहां डीएम आवास के अंदर कर्मचारियों में दहशत है।
गोंडा: उत्तर प्रदेश के जिले गोंडा में जिलाधिकारी आवास के आसपास एक बार फिर से तेंदुआ दिखने से हड़कंप मच गया क्योंकि इससे दो महीने पहले भी तेंदुए को देखा गया था। डीएम आवास के अंदर और आसपास के इलाकों में तुदेंए के पदचिह्न भी मिले थे लेकिन एक बार फिर तेंदुआ देखे जाने से डीएम आवास के अंदर कर्मचारियों में दहशत है। तीन दिनों से डीएम आवास के कर्मचारी दहशत में है। इस वजह से एसडीओ से लेकर फॉरेस्ट गार्ड निगरानी कर रहे है।
आवास के पास लगे सीसीटीवी फुटेज में कैद हुआ तेंदुआ
पिछले कुछ महीनों में शहर और आसपास के इलाकों में तेंदुए की आमद है। मनकापुर के आईटीआई परिसर में भी लगातार दो पिंजरे लगाए गए हैं और तेंदुए की धरपकड़ के लिए वन विभाग कांबिंग कर रहा है। इतना ही नहीं वन विभाग तेंदुए को पकड़ने के लिए दिन-रात मशक्कत कर रहा है। पर डीएम आवास की 30 एकड़ की हवेली में घूमने के बाद वन कर्मचारियों को चकमा देकर तेंदुआ हर बार फरार होने में सफल हो जाता है। डीएम आवास में घूमने के बाद उसकी बाउंड्री पर चढ़ते सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गया है। इस आवास के आसपास क्षेत्रों में सड़क के दूसरी तरफ कई सरकारी कॉलोनियां भी है।
जिलाधिकारी समेत डीएफओ ने कही ऐसी बात
तेंदुए की खबर से कॉलोनीवासी भी डरे सहमे हैं। उसकी धरपकड़ के लिए वन विभाग की टीम से लेकर फॉरेस्ट गार्ड, एसडीओ स्तर तक के अधिकारी लगाए गए हैं। वन विभाग के डीएफओ सुदर्शन कुमार का कहना है कि डीएम आवास के अंदर दो पिंजरे लगाकर लगातार निगरानी की जा रही है और अगर आसपास तेंदुआ दिखाई दिया तो उसको पकड़ कर जंगल में छोड़ा जाएगा। तो वहीं दूसरी ओर जिलाधिकारी उज्ज्वल कुमार का कहना है कि वन विभाग को निर्देशित किया गया है की जिले के किसी इलाके में जंगली जानवर की रिहायशी इलाके में आमद हो तो कॉम्बिंग कराकर धरपकड़ की जाए, जिससे कोई जनहानि न हो। एक बार फिर डीएम आवास में तेंदुआ दिखने से वन विभाग टीम सक्रिय है।