निर्भया के दोषी का पिता इस शख्स पर दर्ज कराना चाहता था केस, कोर्ट ने खारिज की अर्जी

निर्भया कांड के दोषियों को मंगलवार को दिल्ली की पटियाला कोर्ट ने फांसी का डेथ वारंट जारी कर दिया। चारों दोषियों को 22 जनवरी सुबह 7 बजे फांसी दी जाएगी। हालांकि, इस दौरान दोषी अपनी याचिकाएं लगा सकते हैं। वहीं, इस कांड में एकमात्र गवाह निर्भया के दोस्त के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग को कोर्ट ने खारिज कर दिया। 

Asianet News Hindi | Published : Jan 7, 2020 3:00 PM IST / Updated: Jan 07 2020, 08:37 PM IST

बस्ती (Uttar Pradesh). निर्भया कांड के दोषियों को मंगलवार को दिल्ली की पटियाला कोर्ट ने फांसी का डेथ वारंट जारी कर दिया। चारों दोषियों को 22 जनवरी सुबह 7 बजे फांसी दी जाएगी। हालांकि, इस दौरान दोषी अपनी याचिकाएं लगा सकते हैं। वहीं, इस कांड में एकमात्र गवाह निर्भया के दोस्त के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग को कोर्ट ने खारिज कर दिया। 

क्या है पूरा मामला
मामले में दोषी पवन गुप्ता के पिता ने कोर्ट में अर्जी दायर कर आरोप लगाया था कि निर्भया के दोस्त व मामले में एकमात्र गवाह अवनींद्र ने पैसे लेकर मीडिया में इंटरव्यू दिया, जिससे मामले की जांच प्रभावित हुई। कोर्ट में वकील एपी सिंह ने कहा था, अवनींद्र के इंटरव्यू से ऐसा लगता है कि वह दोषियों को फांसी पर लटका देखना चाहता है। इसपर सुनवाई करते हुए पटियाला हाउस कोर्ट के अतिरिक्त मुख्य महानगर दंडाधिकारी सुधीर कुमार सिरोही ने सुनवाई करते हुए केस दर्ज कराने के लिए दी गई इस याचिका को खारिज कर दिया। उन्होंने कहा, याचिका में ऐसा कोई ठोस आधार नहीं है, जिससे यह साबित हो सके कि मामले की जांच प्रभावित हुई। इसलिए पुलिस को एफआईआर दर्ज करने का निर्देश नहीं दिया जा सकता। 

कौन है दोषी पवन गुप्ता
निर्भया कांड का दोषी पवन गुप्ता यूपी के बस्ती जिले का रहने वाला है। उसके परिवार के लोग तो दिल्ली के आरकेपुरम रविदास कैंप में रहते हैं। पवन की हरकत पर आज भी उसके गांव के लोगों को यकीन नहीं होता। पवन के डेथ आर्डर जारी होने पर गांववासी एकसुर में बोले-अच्छा हुआ, ये पहले ही होना चाहिए था।

अब कहां हैं निर्भया का वो दोस्त
16 दिसंबर 2012 की रात निर्भया के साथ उनका दोस्त अवनींद्र था। यूपी के गोरखपुर के रहने वाले अवनींद्र का परिवार तुर्कमानपुर में रहता है। उनके पिता भानु प्रताप पांडेय शहर के जाने माने वकील हैं। वो कहते हैं, इस घटना को 7 साल हो गए। बेटे को संभालने में चार साल लग गए। किसी तरह से उसे इस सदमे से बाहर निकाला। तीन साल पहले उसकी शादी करा दी। आज उसका 2 साल का बेटा भी है। वर्तमान में वो अपनी फैमिली के साथ विदेश में रहता है। प्राइवेट कंपनी में इंजीनियर के पद पर तैनात है। लेकिन अवनींद्र हमेशा से यही चाहता था कि निर्भया के दोषियों को फांसी हो।

 

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