हिंदू पक्ष के वकीलों ने दर्शन के बाद रामलला विराजमान को सौंपी अयोध्या फैसले की कॉपी, पराशरन का हुआ सम्मान

सुप्रीम कोर्ट में राम मंदिर के लिए केस लड़ने वाले हिंदू पक्ष के वकील 93 साल के पराशन को विहिप ने कारसेवक पुरम में सम्मानित किया। इनके साथ हिंदू पक्ष के अन्य वकीलों को भी सम्मानित किया गया। बता दे, शनिवार सुबह पराशन अपनी फैमिली और वकीलों के एक दल के साथ अयोध्या पहुंचे थे। सभी ने सरयू में स्नान किया और रामलला के दर्शन किए। इसके बाद कमिश्नर अयोध्या के माध्यम से रामलला विराजमान को सुप्रीम कोर्ट के जजमेंट की कॉपी सौंपी गई। 

Asianet News Hindi | Published : Nov 23, 2019 6:48 AM IST / Updated: Nov 23 2019, 07:18 PM IST

अयोध्या (Uttar Pradesh). सुप्रीम कोर्ट में राम मंदिर के लिए केस लड़ने वाले हिंदू पक्ष के वकील 93 साल के पराशन को विहिप ने कारसेवक पुरम में सम्मानित किया। इनके साथ हिंदू पक्ष के अन्य वकीलों को भी सम्मानित किया गया। बता दे, शनिवार सुबह पराशन अपनी फैमिली और वकीलों के एक दल के साथ अयोध्या पहुंचे थे। सभी ने सरयू में स्नान किया और रामलला के दर्शन किए। इसके बाद कमिश्नर अयोध्या के माध्यम से रामलला विराजमान को सुप्रीम कोर्ट के जजमेंट की कॉपी सौंपी गई। 

वहीं, राम जन्मभूमि रामलला का दर्शन करने के बाद साध्वी ऋतम्भरा ने कहा, रामलला के दर्शन कर मन भाव विभोर हो गया है। सारे संसार की सरकार टेंट में बैठी हुई है। राम मंदिर निर्माण का मार्ग प्रशस्त होने के लिए सभी रामभक्तों को शुक्रिया अदा किया।

रामलला को विवादित जगह का मालिकाना हक मिला
रामलला को विवादित जगह का मालिकाना हक मिला 9 नवंबर को चीफ जस्टिस रंजन गोगोई अध्यक्षता वाली बेंच ने विवादित जगह पर रामलला का मालिकाना हक बताया। साथ ही 5 एकड़ वैकल्पिक जमीन मुस्लिम पक्ष को देने के लिए कहा। सुप्रीम कोर्ट ने तीन महीने के अंदर मंदिर निर्माण के लिए समिति बनाने का भी आदेश दिया है।

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