
लखनऊ: अपनी ही मालकिन को हमला कर मौत के घाट उतारने वाली मादा पिटबुल ब्राउनी को लोग गोद लेना चाहते हैं। उसे गुरुवार को नगर निगम के जरहरा श्वान प्रजनन नियंत्रण केंद्र लाया गया था। यहां अधिकारी लगातार उसके व्यवहार पर नजर रख रहे हैं। नगर निगम पशु चिकित्सक डॉ. अभिनव वर्मा ने बताया कि पिटबुल के व्यवहार में बदलाव हो रहा है। पहले दिन वह गुमसुम था लेकिन अब वह धीरे-धीरे सामान्य हो रहा है। जाहिर है तीन साल का रिश्ता तीन दिनों में भुलाया नहीं जा सकता। लेकिन धीरे-धीरे पिटबुल यहां के माहौल में एडजस्ट हो रहा है। इस बीच उसके व्यवहार में बिल्कुल भी हिंसा वाली चीज दिखाई नहीं पड़ रही है। बीते दिन भी उसने बड़े मजे से चिकन खाया। पिटबुल ब्राउनी को गोद लेने के लिए लगातार लोग नगर निगम से संपर्क कर रहे हैं।
10 लोगों ने किया नगर निगम से संपर्क, गोद लेने की जताई इच्छा
बीते दो दिनों में तकरीबन 10 लोगों ने नगर निगम की टीम से संपर्क किया है। जिन लोगों ने यह प्रयास किया है उसमें ज्यादातर लोग दूसरे शहरों के रहने वाले हैं। इसी कड़ी में ही मेरठ के एक युवक अमित जॉनी का भी ईमेल आया है। उनके द्वारा भी ब्राउनी को गोद लेने की इच्छा जताई गई है। नगर निगम पशु चिकित्सक का कहना है कि ब्राउनी का कोई भी ऐसा व्यवहार नजर नहीं आया है जिससे कहा जाए कि वह हिंसक है। वह बिल्कुल सामान्य तरह से रह रही है और उसका व्यवहार भी सामान्य है। उसे मांसाहारी भोजन ज्यादा पसंद है और फिलहाल उसे चिकन दिया जा रहा है। उसे गोद लेने के लिए कई लोगों ने संपर्क किया है लेकिन अभी उसे किसी को भी गोद नहीं दिया जाएगा। फिलहाल अभी पिटबुल ब्राउनी नगर निगम के कब्जे में हैं और आगे जो भी फैसला होगा वह नगर निगम के द्वारा ही लिया जाएगा।
क्या था पूरा मामला
बीते दिनों लखनऊ के कैसरबाग थाना अंतर्गत बंगाली टोला मोहल्ले में 80 वर्षीय बुजुर्ग की मौत उसके पालतू पिटबुल ब्राउनी के हमले के बाद हो गई थी। इस घटना के बाद पिटबुल को नगर निगम के हवाले कर दिया गया था। नगर निगम में पिटबुल के व्यवहार का अध्ययन किया जा रहा है। यहां कुत्ते को लाए जाने के 15वें दिन ही फैसला हो सकेगा कि आगे उसको किसके सुपुर्द किया जाएगा।
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